Edited By Vatika,Updated: 29 Jul, 2021 10:23 AM
पार्टी व सरकार के मसलों को सार्वजनिक न करने की नसीहत कांग्रेस केंद्रीय नेतृत्व ने पंजाब कांग्रेस की नई टीम को दी है।
जालंधर (धवन): पार्टी व सरकार के मसलों को सार्वजनिक न करने की नसीहत कांग्रेस केंद्रीय नेतृत्व ने पंजाब कांग्रेस की नई टीम को दी है। कांग्रेसी हलकों ने बताया कि कल पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह से बैठक के बाद पंजाब कांग्रेस की नई टीम ने जिस तरह से मीडिया को सभी मसलों को सार्वजनिक रूप से जारी कर दिया उसे केंद्रीय नेतृत्व ने पसंद नहीं किया है।
पार्टी नेताओं का मानना है कि इससे पार्टी को और नुक्सान हो सकता है इसीलिए केंद्रीय नेतृत्व इस मामले को लेकर नए प्रदेशाध्यक्ष नवजोत सिद्धू से भी बातचीत करेगा। सिद्धू इसके लिए दिल्ली पहुंच गए हैं। केंद्रीय नेतृत्व का मानना है कि सरकार तथा पार्टी के भीतर और तालमेल बढ़ाने की जरूरत है। अभी तक ऐसा आभास मिल रहा है कि नई टीम द्वारा स्वयं को ऊंचा दिखाने की कोशिशें की जा रही हैं। सूत्रों ने बताया कि जब पंजाब कांग्रेस की नई टीम ने मुख्यमंत्री के सामने उठाए गए 5 मुद्दों को सार्वजनिक कर दिया तो उसके बाद कैप्टन अमरेन्द्र सिंह को भी अपना पक्ष रखने के लिए प्रैस को सूचित करना पड़ा कि सरकार इन सभी मसलों को लेकर काफी आगे बढ़ चुकी है तथा जल्द ही ये मसले हल हो जाएंगे।
कांग्रेस हाईकमान इस बात को लेकर खुश नहीं है कि नई कांग्रेस टीम स्वयं को सरकार से ऊंचा दिखाने की कोशिश में लगी हुई है, इससे दोनों के मध्य तालमेल और खराब हो सकता है। माना जा रहा है कि केंद्रीय नेतृत्व नई टीम को दिशा-निर्देश जारी कर सकता है कि पार्टी के अंदरूनी मसलों को मीडिया के सामने उजागर न किया जाए तथा सरकार के साथ होने वाली बैठकों का ब्यौरा गुप्त रखा जाए। सूत्रों ने बताया कि पंजाब कांग्रेस मामलों के प्रभारी हरीश रावत ने पहले ही यह कह दिया था कि 2022 के होने वाले चुनाव कैप्टन अमरेन्द्र सिंह के नेतृत्व में लड़े जाने हैं। इससे उनकी स्थिति को कमजोर करने के प्रयासों को केंद्रीय नेतृत्व समर्थन नहीं देगा इसीलिए नई टीम के सदस्यों के साथ केंद्रीय नेतृत्व विस्तार से बातचीत करके उनकी जिम्मेदारियों को तय करना चाहता है।