Edited By Punjab Kesari,Updated: 16 Jun, 2017 08:43 AM
प्रश्नकाल के दौरान कांग्रेस विधायक सुखजिंद्र सिंह रंधावा के सवाल का जवाब देते हुए.....
चंडीगढ़(अश्वनी): प्रश्नकाल के दौरान कांग्रेस विधायक सुखजिंद्र सिंह रंधावा के सवाल का जवाब देते हुए स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने अबोहर के जमीन घोटाले में बादल परिवार पर सीधा हमला किया। उन्होंने कहा कि अबोहर शहर के वाटरवक्र्स की जगह की अवैध तरीके से रजिस्ट्री करवाकर कब्जा करने के मामले में बादल परिवार के करीबियों का सीधा हाथ है। इस पर मुख्यमंत्री अमरेन्द्र सिंह ने सदन में पूरे मामले की विजीलैंस जांच करवाने का भरोसा दिया।
इससे पहले सिद्धू ने कहा कि अबोहर में 1931 के दौरान बने वाटरवक्र्स की कैपेसिटी को बढ़ाने के लिए 1961 में 9.25 एकड़ जमीन एक्वायर की गई थी जिसका बनता मुआवजा भी दिया गया था। इसका रिकॉर्ड फिरोजपुर के रिकॉर्ड रूम में सुरक्षित है। 2007 में अकाली-भाजपा सरकार का गठन होने के बाद अकाली दल के नेताओं ने सरकारी रिकॉर्ड से छेड़छाड़ कर कुछ जगह की रजिस्ट्रियां अपने नाम करवा लीं। तब तत्कालीन डिप्टी कमिश्नर ने बिना रिकॉर्ड देखे इन लोगों को करोड़ों रुपए की जगह पर कब्जा करने के लिए निशानदेही के फरमान जारी किए दिए। इतना ही नहीं, कब्जा करने वालों ने रजिस्ट्री से ज्यादा अगले खसरा नंबर पर कब्जा कर लिया।
उन्होंने कहा कि जिन लोगों के नाम रजिस्ट्रियां हुईं उनमें पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल के चाचा परमजीत सिंह उर्फ लाली बादल, गुरदित्त सिंह, महिंद्र प्रताप, राम दयाल, वरिंद्र पाल सिंह और अशोक कुमार के नाम शामिल हैं। पत्रकारों से बातचीत करते हुए सिद्धू ने कहा कि शिअद नेता अपने कार्यकाल के दौरान किए घोटालों की वजह से सदन के भीतर सरकार का सामना नहीं कर सकते, इसी वजह से शिअद विधायक बिना किसी मुद्दे के बहाना बनाकर वाकआऊट कर रहे हैं।
पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप मामले की भी होगी विजीलैंस जांच
प्रश्नकाल के दौरान विधायक डा. राजकुमार चब्बेवाल के सवाल पर मुख्यमंत्री अमरेंद्र सिंह ने अनुसूचित जाति के विद्याॢथयों की पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप ग्रांट मामले में हुई गड़बडिय़ों की विजीलैंस इंक्वायरी करवाने का भरोसा दिया।