Edited By Punjab Kesari,Updated: 08 Sep, 2017 01:46 PM
पिछले कुछ दिनों से सुॢखयों में चल रहे फूड सप्लाई विभाग पर कैंटोनमैंट बोर्ड की वार्ड नंबर 2 से पार्षद मनजीत कौर ने.........
अमृतसर (संजीव): पिछले कुछ दिनों से सुॢखयों में चल रहे फूड सप्लाई विभाग पर कैंटोनमैंट बोर्ड की वार्ड नंबर 2 से पार्षद मनजीत कौर ने एक पत्रकार सम्मेलन के दौरान सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि विभाग के कुछ अधिकारियों द्वारा उनके वार्ड के फर्जी नीले कार्ड बनाकर उन्हें पोर्टल पर अपलोड किया गया है। इन पर गरीबों की गेहूं प्रेषित भी होती रही है। पोर्टल पर चढ़ाए गए आधार कार्डों को इस तरह बदला गया कि उनके वार्ड मे रहने वाले पिता-पुत्री को पति-पत्नी तो कहीं पत्नी के आधार कार्ड को उसके पति के आधार पर चढ़ाकर किसी और व्यक्ति के नाम पर दिखाया गया है।
कहीं मोहित को बंटी, पुष्पा को दलबीर सिंह, राधे श्याम को राजविन्द्र कौर व खुशी को रिंकू बनाकर उनके आधार कार्ड पोर्टल पर अपलोड किए गए हैं। यहां यह वर्णनीय है कि अमृतसर छावनी के रहने वाले आर.टी.आई. एक्टीविस्ट वरुण सरीन ने भी इस क्षेत्र के फर्जी नीले कार्ड विभाग के पोर्टल पर अपलोड किए जाने के मामले को उठाया था जिसकी जांच जिलाधीश कमलदीप सिंह संघा पहले से ही कर रहे हैं।
फूड सप्लाई विभाग के सैक्रेटरी व जिलाधीश को भेजी शिकायत
पार्षद मनजीत कौर ने बताया कि इस संबंध में उन्होंने फूड सप्लाई विभाग पंजाब के सैक्रेटरी के.ए.पी. सिन्हा व जिलाधीश कुलदीप सिंह संघा को शिकायत भेज कर इस मामले की उच्च स्तरीय जांच करवाए जाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि उनके क्षेत्र में बहुत से ऐसे परिवार हैं जो सरकार द्वारा दी जाने वाली गरीब की गेहूं पर निर्भर हैं। उनके क्षेत्र में 10-15 नीले कार्ड बनाए तो जरूर गए, मगर आज तक उन्हें सरकारी गेहूं नसीब नहीं हुई। इन परिवारों को तो यह भी नहीं पता कि उनके कार्ड का डिपो होल्डर कौन है। वह जिलाधीश से भी मिली थी।
उन्होंने कहा कि 2008 से लगातार पार्षद बन रही है, कई बार उन्होंने अपने क्षेत्र के लोगों के नीले कार्ड बनवाने के लिए फार्म भरे मगर उस पर कोई विभागीय कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने विभाग को चेतावनी भी दी कि वह गरीब की गेहूं के एक-एक दाने का हिसाब लेकर रहेंगी और अगर विभाग द्वारा इस पर पर्दा डालने का प्रयास किया गया तो वह धरने पर बैठेंगी। उन्होंने यह भी कहा कि अगर कोई व्यक्ति विभाग में चल रहे स्कैंडल को सार्वजनिक करने का प्रयास करता है तो विभाग के अधिकारी अपनी अनियमितताओं को छुपाने में जुट जाते हैं। उनके पास पूरे सबूत हैं जिसके आधार पर वह गरीबों की लड़ाई को अंत तक ले जाकर रहेंगी।