Edited By Punjab Kesari,Updated: 14 Aug, 2017 10:37 AM
पंजाब के अन्य जिलों में जिला फिरोजपुर की अलग ही पहचान है, लेकिन आजादी के बाद यह जिला नेताओं के तमाम लोक लुभावने वायदों के
फिरोजपुर (आनंद): पंजाब के अन्य जिलों में जिला फिरोजपुर की अलग ही पहचान है, लेकिन आजादी के बाद यह जिला नेताओं के तमाम लोक लुभावने वायदों के बावजूद आज तक पिछड़ा हुआ है और करोड़ों की लागत से डाली गई सीवरेज प्रणाली आज तक सफल नहीं हो पाई है। यही नहीं सामान्य दिनों में भी सीवरेज की समस्या लोगों का जीना दुश्वार कर देती है, लेकिन सरकारी अधिकारी अपनी घिसी-पिटी प्रणाली और पुराने आंकड़ों की बदौलत इसे बेहतर बताकर गर्व का अुनभव करते हैं। पर हकीकत यह है कि सीवरेज सिस्टम लगभग 25 साल पहले डाला गया है जिससे बारिश के दिनों में तो हालात बद से बदतर हो जाते हैं। फिरोजपुर छावनी में डाले गए सीवरेज सिस्टम का मामला सी.बी.आई. के पास पहुंच चुका है। आज सीवरेज सिस्टम सवालों के घेरे में है।
शहर और छावनी में कब डाला गया सीवरेज
नगर कौंसिल के अधिकार क्षेत्र फिरोजपुर शहर की बात की जाए तो यहां सर्कुलर रोड समेत कई क्षेत्र में सीवेरज डालने का काम वर्ष 1992 के दौरान किया गया था। हालांकि सीवरेज डालने का यह काम वर्ष 2014 में नगर कौंसिल से सीवरेज बोर्ड के अधिकार क्षेत्र में आ गया था। वर्ष 1992 के बाद वर्ष 2017 में सीवरेज डालने का काम शहर में किया जा रहा है, जबकि छावनी क्षेत्र में सीवरेज डालने का काम वर्ष 2014 से शुरू किया गया था।
2011 के बाद नगर कौंसिल का बढ़ा अधिकार क्षेत्र
वर्ष 2011 में नगर कौंसिल के अधिकार क्षेत्र के अधीन पडऩे वाले कुल 1 लाख 10091 मतदाता थे, लेकिन वर्ष 2017 के दौरान जहां नगर कौंसिल का अधिकार क्षेत्र बढ़ गया है और उसके अधीन गुरु नानक नगर, मल्लांवाल रोड के पास बसी कालोनी, रिखी कालोनी तथा ब्रह्मनगरी का आधा क्षेत्र नगर कौंसिल के अधीन आ जाने से नगर कौंसिल की आबादी पहले के मुकाबले और बढ़ चुकी है, जबकि अगर फिरोजपुर छावनी की बात की जाए तो वर्ष 2011 के दौरान छावनी के अधीन पडऩे वाली सिविल आबादी 30 हजार तथा आर्मी वोटरों को दर्ज किए जाने से छावनी की आबादी का यह आंकड़ा 57918 तक पहुंच जाता है।
कितने किलोमीटर में सीवरेज डाला जा चुका है
नगर कौंसिल और सीवरेज बोर्ड के अधिकारी दावा करते हैं कि शहर में करीब 95 फीसदी सीवरेज डालने का काम हो चुका है, जबकि महज 5 फीसदी क्षेत्र ही ऐसा है जहां सीवरेज डाला जाना बाकी है। वह इसकी वजह कई इलाकों के नगर कौंसिल के अधिकार क्षेत्र में आने की बताते हैं, लेकिन अगर फिरोजपुर छावनी की बात की जाए तो यहां 30 किलोमीटर क्षेत्र में सीवरेज डाला जा चुका है और 99 फीसदी का काम खत्म होने का दावा किया जा रहा है।