Edited By Punjab Kesari,Updated: 29 May, 2017 10:26 AM
सी.बी.एस.ई. बोर्ड की ओर से 12वीं के घोषित किए नतीजों में से मैडीकल स्ट्रीम में बाबा गांधा सिंह पब्लिक स्कूल बरनाला की छात्रा सिमरन कौर पुत्री बलवंत सिंह ने 95.6 प्रतिशत अंक लेकर, नॉन मैडीकल स्ट्रीम में बाबा गांधा सिंह पब्लिक स्कूल भदौड़ की छात्रा...
बरनाला(विवेक सिंधवानी, गोयल): सी.बी.एस.ई. बोर्ड की ओर से 12वीं के घोषित किए नतीजों में से मैडीकल स्ट्रीम में बाबा गांधा सिंह पब्लिक स्कूल बरनाला की छात्रा सिमरन कौर पुत्री बलवंत सिंह ने 95.6 प्रतिशत अंक लेकर, नॉन मैडीकल स्ट्रीम में बाबा गांधा सिंह पब्लिक स्कूल भदौड़ की छात्रा अर्शदीप कौर ने 95.40 प्रतिशत अंक लेकर व कॉमर्स स्ट्रीम में सैक्रेड हार्ट कॉन्वैंट स्कूल के छात्र लोचन गोयल ने 96.2 अंक लेकर जिले में टॉप किया है। बाबा गांधा सिंह पब्लिक स्कूल के 20 विद्यार्थियोंने 90 प्रतिशत से भी अधिक व सैके्रड हार्ट कॉन्वैंट स्कूल के 14 विद्यार्थी पहली पोजीशन में पास हुए। जय वाटिका पब्लिक स्कूल के 7 विद्यार्थियों ने अच्छे अंक प्राप्त किए व मदर टीचर स्कूल के 4 विद्यार्थियों ने बढिय़ा अंक प्राप्त किए। वहीं वाई.एस. पब्लिक स्कूल हंडियाया के 6 विद्यार्थियों ने इस परीक्षा में अच्छे अंक लेकर क्षेत्र का नाम रोशन किया है।
जज बनकर देश की सेवा करना चाहता है लोचन
जिले भर में कॉमर्स स्ट्रीम में टॉप करने वाले सैक्रेड हार्ट कॉन्वैंट स्कूल के विद्यार्थी लोचन गोयल पुत्र राकेश कुमार का सपना जज बनकर देश की सेवा करना का है। लोचन के पिता पी.डब्ल्यू.डी. में क्लर्क हैं व माता गृहिणी हैं। लोचन के अनुसार उसके पिता का सपना है कि वह जज बनकर देश की सेवा करे व अब मेरे पिता का सपना ही मेरा सपना है। सैल्फ स्टडी को अपनी सफलता का मूलमंत्र बताते हुए उन्होंने कहा कि मेरी सफलता के पीछे स्कूल की वाइस प्रिं सिस्टर प्रिया, कक्षा टीचर मोनिका व मेरे अभिभावकों का योगदान है। उसने विद्यार्थियों से अपील कि कि इंटरनैट पर अपना समय बर्बाद न करें व अपने इस समय को पढ़ाई में लगाकर अपना जीवन सफल करें।
आई.ए.एस. अफसर बनना चाहती हूं : नसरीन
मदर टीचर स्कूल की आर्ट्स की छात्रा नसरीन पुत्री सराजदीन वासी धनौला ने 12वीं की परीक्षा में 92.6 प्रतिशत अंक प्राप्त करके स्कूल का नाम रोशन किया है। ‘पंजाब केसरी’ से विशेष बात करते हुए नसरीन ने कहा कि मेरे पिता मैडीकल लाइन में हैं व माता बसरीन बेगम घरेलू महिला हैं। मेरी उम्मीद से कम नंबर आए हैं। मेरा सपना आई.ए.एस. करके देश की सेवा करने का है। पढ़ाई के लिए उसके माता-पिता, टीचर्ज, मैनेजमैंट व डीन अजयपाल जैसवाल ने प्रेरित किया है। अपने आदर्श के बारे में बताते हुए नसरीन ने कहा कि मैं किसी एक व्यक्ति को फोलो नहीं करती जो देश के लिए अच्छा करेगा वही व्यक्ति मेरा आदर्श है।
समाज के लिए कुछ करना चाहते हो तो पढ़ाई बहुत जरूरी : रोबिन
मदर टीचर स्कूल के नॉन मैडीलक में से 90.8 प्रतिशत अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थी रौबिनप्रीत सिंह पुत्र परविन्द्र सिंह वासी बरनाला ने कहा कि मेरे पिता बिजनैसमैन हैं व मेरी माता रूपिन्द्र कौर टीचर हैं। मेरे नंबर उम्मीद से अधिक आए हैं। मैं कम्प्यूटर साइंस करके देश की सेवा करना चाहता हूं। मुझे पढ़ाई के लिए मेरे माता-पिता, स्कूल टीचर्ज व स्कूल मैनेजमैंट ने प्रेरित किया है। मैं विद्यार्थियों को संदेश देना चाहता हूं कि वे सख्त मेहनत व पढ़ाई में रुचि लेते हुए अच्छे अंक प्राप्त करें। यदि आप समाज के लिए कुछ करना चाहते हो तो पढ़ाई बहुत जरूरी है।
वैटर्नरी डाक्टर बनना चाहती है सिमरन कौर
मैडीकल स्ट्रीम में टॉप करने वाली बाबा गांधा सिंह पब्लिक स्कूल बरनाला की छात्रा सिमरन कौर पुत्री बलवंत सिंह वैटर्नरी डाक्टर बनना चाहती है। उसके पिता खेतीबाड़ी का कार्य करते हैं व साथ ही पिगरी फार्म भी है। वह वैटर्नरी डाक्टर बनकर अपने पिता के काम में उनका साथ देना चाहती है। वह अपनी सफलता का श्रेय स्कूल के प्रबंधक कमेटी के सचिव निरपिन्द्र सिंह ढिल्लों, प्रिं. मैडम कमलजीत कौर बाठ, अपने माता-पिता व स्कूल स्टाफ को देती है। अपनी सफलता का मूल मंत्र बताते हुए वह कहती है कि हमेशा आशा रखो सफलता आपके कदम चूमेगी।
बच्चों को पढ़ाना चाहती है नवजोत
नॉन मैडीकल स्ट्रीम में 93.8 प्रतिशत अंक लेने वाली हैरीटेज पब्लिक स्कूल भवानीगढ़ की छात्रा नवजोत कौर पुत्री स्व. अवतार सिंह बी.एस.ई. मैथ करके बच्चों को पढ़ाना चाहती है। उसने अपनी सफलता का श्रेय स्कूल कमेटी के प्रधान अनिल मित्तल, प्रिंसीपल मीनू सूद, अपनी माता व भाई को दिया।
इंजीनियर बनने का सपना संजोए बैठा है रितेश गोयल
मदर टीचर स्कूल नान मैडीकल के छात्र रितेश गोयल पुत्र महेश गोयल बिन्नी ने 90.6 प्रतिशत अंक प्राप्त करके स्कूल का नाम रोशन किया है। रितेश ने बातचीत करते हुए कहा कि मेरे पिता बिजैनसमैन हैं व मेरी माता हिमानी देवी घरेलू महिला हैं। मेरा सपना इंजीनियर बनकर देश की सेवा करने का है। पढ़ाई के लिए मुझे मेरे माता-पिता, स्कूल टीचर व स्कूल मैनेजमैंट ने प्रेरित किया है। मेरा एक ही लक्ष्य है कि मैं पढ़ाई में अच्छे अंक प्राप्त करता हुआ आगे बढ़कर देश की सेवा करूं। मैं विद्यार्थियों को यह संदेश देना चाहता हूं कि वे किसी दबाव में आकर पढ़ाई न करें बल्कि पढ़ाई को भी मनोरंजन के तौर पर करते हुए आगे बढ़े।