Edited By Mohit,Updated: 02 Nov, 2019 10:45 PM
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में वायु प्रदूषण को लेकर............
चंडीगढ़ः पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में वायु प्रदूषण को लेकर अफसोस जताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर राजनीतिक और क्षेत्रीय भिन्नताओं से ऊपर उठकर सामूहिक प्रयास करने पर जोर दिया है।
कैप्टन ने मोदी को लिखे पत्र में कहा है कि कोई भी भारतीय विशेषकर पंजाबी समुदाय एनसीआर क्षेत्र में प्रदूषण के कारण वहां के लोगों हो रही परेशानी से बेखबर नहीं हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने भावुकता में अपने परिजनों के भी दिल्ली में रहने का जिक्र किया जो शहर की जहरीली हवा के कारण परेशान हैं। उन्होंने कहा कि एनसीआर का गैस चैम्बर बनना प्राकृतिक नहीं बल्कि मानवीय गलतियां इसके लिए जिम्मेदार हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब इस स्थिति में अपनी किसी भी जिम्मेदारी से पीछे नहीं हटता। पराली का धुआं हवाओं में वायु प्रदूषण का कारण बना है तथा तथ्य को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। इस सम्बंध में उनकी सरकार ने अनेक कदम उठाए हैं। पराली जलाने वालों पर कार्रवाई करने के अलावा इसे रोकने के लिए जागरूकता अभियान भी चलाए गए।
उन्होंने कहा कि वायु प्रदूषण के लिए इसके साथ ही औद्योगिक प्रदूषण, यातायात और ल्ली में तेजी से चल रही निर्माण गतिविधियां भी समान रूप से दोषी हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस सम्बंध में एक दूसरे पर दोषारोपण का खेल खेलना सही नहीं है। यह एक राष्ट्रीय मसला है और इसमें राजनीतिक और वैचारिक भिन्नताओं से ऊपर उठकर सामूहिक रूप से प्रयास करने की जरूरत है। उन्होंने केंद्र सरकार के इस मामले में भूमिका को संदिग्ध बताया और कहा कि उच्चतम न्यायालय द्वारा स्थिति पर गम्भीर चिंता जाहिर करने के बावजूद इस दिशा में कोई कारगर अथवा ठोस कदम नहीं उठाए गए। उन्होंने प्रधानमंत्री से प्रदूषण की समस्या का स्थायी हल खोजने के लिए आवश्यक कदम उठाने का भी अनुरोध किया।