Edited By Punjab Kesari,Updated: 13 Mar, 2018 10:25 AM
पूर्व प्रदेश कांग्रेस प्रधान व राज्यसभा सांसद प्रताप सिंह बाजवा ने एक बार फिर पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह पर तीखा हमला बोला है। बाजवा ने साफ तौर पर कहा है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री को सलाहकारों की फौज की जरूरत नहीं है। इस फौज से प्रदेश...
जालंधर (रविंदर): पूर्व प्रदेश कांग्रेस प्रधान व राज्यसभा सांसद प्रताप सिंह बाजवा ने एक बार फिर पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह पर तीखा हमला बोला है। बाजवा ने साफ तौर पर कहा है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री को सलाहकारों की फौज की जरूरत नहीं है। इस फौज से प्रदेश सरकार पर आर्थिक बोझ पड़ रहा है और मुख्यमंत्री को तुरंत प्रभाव से सलाहकारों की फौज से छुटकारा पा लेना चाहिए।
एक निजी चैनल की ओर से करवाए गए शिखर सम्मेलन में पंजाब के मुख्यमंत्री के पास सलाहकारों व ओ.एस.डी. की फौज का सवाल आप के सांसद भगवंत मान ने उठाया था। इसका जवाब देते हुए बाजवा ने माना कि विपक्ष की बात बिल्कुल सही है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री के पास सलाहकारों व ओ.एस.डी. की फौज नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि एक तरफ खराब आर्थिक हालातों के कारण प्रदेश सरकार के कैबिनेट का विस्तार तक नहीं हो रहा है और दूसरी तरफ सलाहकारों की फौज एक साल से खड़ी कर रखी है। हालांकि मुख्यमंत्री का बचाव करते हुए बाजवा ने कहा कि सलाहकारों की फौज में ऐसा कोई समझदार नहीं है जो मुख्यमंत्री को सलाह दे सके। गौर हो कि इससे पहले भी बाजवा प्रदेश सरकार की कार्यप्रणाली पर कई बार सवाल खड़े कर चुके हैं।
खास तौर पर अकाली नेताओं पर कार्रवाई न करने को लेकर बाजवा ने कैप्टन को खूब घेरा था। बाजवा का कहना था कि जनता की कचहरी में कसमें खाई थीं कि सरकार आने पर लोगों के साथ धोखा करने वाले अकाली नेताओं को जेल का रास्ता दिखाया जाएगा और अगर अब उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाती तो जनता उन पर विश्वास नहीं करेगी। इसको लेकर बाद में प्रदेश कांग्रेस प्रधान सुनील जाखड़ ने पूरे मामले में टपकते हुए कहा था कि बाजवा को प्रदेश सरकार के कामकाज पर सवाल उठाने का कोई हक नहीं है और साथ ही बाजवा की शिकायत राष्ट्रीय प्रधान राहुल गांधी के पास करने की बात भी कही थी। बाजवा ने अब सलाहकारों की फौज के मामले में कैप्टन पर तीखा हमला करते हुए विपक्ष को एक तगड़ा मुद्दा थमा दिया है।