Edited By Punjab Kesari,Updated: 13 Nov, 2017 12:42 PM
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने राज्य में पिछले दिनों आतंकी व आपराधिक गिरोहों का पर्दाफाश करने वाले पुलिस अधिकारियों का हौसला बढ़ाने के लिए उन्हें शनिवार को अपने सरकारी निवास स्थान पर रात्रि भोज दिया जिसमें 80 से अधिक पुलिस अधिकारियों...
जालंधर(धवन): पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने राज्य में पिछले दिनों आतंकी व आपराधिक गिरोहों का पर्दाफाश करने वाले पुलिस अधिकारियों का हौसला बढ़ाने के लिए उन्हें शनिवार को अपने सरकारी निवास स्थान पर रात्रि भोज दिया जिसमें 80 से अधिक पुलिस अधिकारियों ने भाग लिया।इन पुलिस अधिकारियों ने पिछले 7 महीनों के दौरान चुन कर की जा रही हत्याओं के पीछे छिपे आपराधिक लोगों को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की थी। मुख्यमंत्री ने रात्रि भोज में शामिल होने वाले पुलिस अधिकारियों का व्यक्तिगत तौर पर आभार जताते हुए उन्हें सफलता के लिए बधाई दी।
मुख्यमंत्री ने पुलिस अधिकारियों की कड़ी मेहनत की सराहना करते हुए कहा कि विदेशी शक्तियों के इशारे पर राज्य में अस्थिरता पैदा करने के इच्छुक अनेकों गैंगस्टर्स व आतंकियों को पंजाब पुलिस ने गिरफ्तार किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने इन पुलिस अधिकारियों को गैंगस्टर्स व कट्टरपंथियों को गिरफ्तार करने के लिए खुला हाथ दिया था। कैप्टन ने गृह सचिव तथा डी.जी.पी. को निर्देश दिए कि इन गैंगस्टर्स व आतंकियों का भंडाफोड़ करने वाले पुलिस अधिकारियों को ईनाम दिया जाए तथा इस प्रथा को आगे भी जारी रखा जाए। मुख्यमंत्री ने डी.जी.पी. से कहा कि पुलिस फोर्स में पिछले एक महीने के दौरान सराहनीय काम करने वाले पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों का चयन करके उन्हें ईनाम दिया जाए, चाहे ये पुलिस कर्मचारी किसी भी रैंक से संबंध क्यों न रखते हों।
उल्लेखनीय है कि राज्य पुलिस ने उन आपराधिक लोगों को पकड़ा है जिन्होंने आर.एस.एस. जगदीश गगनेजा सहित कई ङ्क्षहदू नेताओं की हत्याएं की थीं। रात्रि भोज में भाग लेने वालों में डी.जी.पी. सुरेश अरोड़ा, डी.जी.पी. (इंटैलीजैंस) दिनकर गुप्ता, मुख्यमंत्री के राजनीतिक सचिव कैप्टन संदीप संधू, डी.जी.पी. (लॉ एंड ऑर्डर) हरदीप ढिल्लों, ए.डी.जी.पी. व मुख्यमंत्री के सुरक्षा सलाहकार खूबी राम के अलावा 8 ए.आई.जी., मोगा, खन्ना, बटाला व नवांशहर के एस.एस.पीज, 20 इंस्पैक्टर, 17 हैड कांस्टेबल, 13 कांस्टेबल तथा 2 होमगार्ड के जवान भी शामिल थे। इस अवसर पर कैप्टन संदीप संधू ने भी पुलिस अधिकारियों की पीठ थपथपाई।