Edited By Vatika,Updated: 24 Jun, 2025 09:32 AM

भारत विरोध का समर्थन करना अब तुर्की को भारी पड़ रहा है।
पंजाब डेस्कः भारत विरोध का समर्थन करना अब तुर्की को भारी पड़ रहा है। पाकिस्तान के साथ ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान भारत के खिलाफ खड़े होने के बाद तुर्की को भारतीयों के गुस्से और बायकॉट का सामना करना पड़ रहा है। महज़ एक महीने में ही इसका सीधा असर तुर्की के टूरिज्म सेक्टर पर पड़ा है, जहां भारतीय पर्यटकों की संख्या में 24 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है। यह आंकड़ा सिर्फ़ एक देश के राजनीतिक फैसले का नहीं, बल्कि भारत की आम जनता की एकजुटता और राष्ट्रभाव का प्रमाण है।
तुर्की को लगा झटका
तुर्की के पर्यटन विभाग के अनुसार, मई 2024 में जहां 41,554 भारतीय नागरिक तुर्की घूमने पहुंचे थे, वहीं 2025 के मई में यह संख्या घटकर 31,659 पर आ गई है। यानी एक ही महीने में लगभग 10,000 भारतीय पर्यटकों की कमी दर्ज की गई है। यह गिरावट ऐसे समय में हुई है जब आमतौर पर भारत से सबसे अधिक टूरिज्म मई-जून के महीनों में होता है।
ऑपरेशन सिंदूर और तुर्की के ड्रोन की भूमिका
9 और 10 मई की रात भारत द्वारा पाकिस्तान में चलाए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान एक अहम खुलासा सामने आया। भारतीय सेना ने जिन पाकिस्तानी ड्रोन को मार गिराया, उनके मलबों से यह साबित हुआ कि वे तुर्की निर्मित ड्रोन थे। ये वही ड्रोन्स थे जो तुर्की की सेना इस्तेमाल करती है और जिन्हें पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ प्रयोग किया। इस समर्थन के बाद न सिर्फ़ भारत सरकार, बल्कि भारतीय जनता ने भी तुर्की के खिलाफ तीखा रुख अपनाया। सोशल मीडिया पर तुर्की टूरिज्म और प्रॉडक्ट्स के खिलाफ बायकॉट की मुहिम छिड़ गई।
ट्रैवल कंपनियों ने हटाया तुर्की का प्रमोशन
भारत की प्रमुख ऑनलाइन ट्रैवल कंपनियों — MakeMyTrip, EaseMyTrip और ClearTrip ने तुर्की के टूर पैकेजों का प्रचार-प्रसार बंद कर दिया है। जहां पहले तुर्की यूरोप और मिडल ईस्ट के बीच एक पॉपुलर डेस्टिनेशन बन चुका था, अब वही देश भारतीय टूरिस्ट लिस्ट से गायब होता जा रहा है। भारत के टूरिज्म इंडस्ट्री के लिए मई और जून का महीना सबसे ज़्यादा ट्रैवल वाला सीज़न होता है। स्कूलों की छुट्टियां और गर्मियों की छुट्टियों के कारण इन महीनों में हजारों भारतीय विदेश यात्रा करते हैं। 2024 में अप्रैल, मई और जून में क्रमशः 31,934, 41,554 और 38,307 भारतीय तुर्की गए थे। वहीं 2025 में अप्रैल में यह आंकड़ा 30,169 और मई में 31,659 पर सीमित रहा। जून में इस संख्या में और भी गिरावट की संभावना जताई जा रही है। वहीं एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने बताया कि भारतीय पर्यटक अपने ट्रिप्स की बुकिंग पहले से कराते हैं। ऐसे में मई में बायकॉट का प्रभाव धीरे-धीरे दिखाई दिया, लेकिन जून में यह असर पूरी तरह उजागर हो जाएगा। यह तुर्की के टूरिज्म सेक्टर के लिए एक गंभीर झटका साबित हो सकता है।