Edited By Vatika,Updated: 22 Aug, 2018 09:28 AM
श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ध्यान सिंह मंड के नेतृत्व में बरगाड़ी की अनाज मंडी में चल रहा इंसाफ मोर्चा बरगाड़ी आज 82वें दिन भी जारी रहा।इस दौरान जत्थेदार ध्यान सिंह मंड ने कहा कि पहले बादल सरकार ने पावन स्वरूप की बेअदबी करवाई तथा कौम को किसी भी...
बरगाड़ी (कुलदीप): श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ध्यान सिंह मंड के नेतृत्व में बरगाड़ी की अनाज मंडी में चल रहा इंसाफ मोर्चा बरगाड़ी आज 82वें दिन भी जारी रहा।इस दौरान जत्थेदार ध्यान सिंह मंड ने कहा कि पहले बादल सरकार ने पावन स्वरूप की बेअदबी करवाई तथा कौम को किसी भी धक्केशाही का इंसाफ नहीं दिया, जिसका नतीजा यह निकला कि बादल परिवार पंथ से खत्म हो गया।
अगर कैप्टन इंसाफ दे देता तो सिखों के मन में इनके लिए कोई जगह बन सकती है, पर अगर यह भी बादल सरकार के रास्ते पर चल कर कौम को इंसाफ न दे सका तो यह भी सिखों के मन से हमेशा के लिए बाहर हो जाएगा। जत्थेदार मंड ने कहा कि ज्ञानी गुरमुख सिंह ने बेअदबी मामले में बादलों से सौदेबाजी करके अपने कुल को कलंकित किया है। इस मामले में गुरमुख सिंह द्वारा श्री अकाल तख्त का हैड ग्रंथी लगने के लिए बादलों को बचाने के लिए अपने भाई को जस्टिस रणजीत कमीशन के पास दर्ज करवाए बयानों से पलटना शर्मनाक है।
तख्त श्री दमदमा साहिब के जत्थे. भाई बलजीत सिंह खालसा दादूवाल ने कहा कि मोर्चा सफलता की ओर बढ़ रहा है और आने वाले कुछ दिनों में यह सफलता के बाद समाप्त होने वाला है क्योंकि पंथक नेताओं द्वारा लगाए इंसाफ मोर्चे में रोजाना संगत की गिनती की बदौलत सरकार हरकत में आई है। उसने विधानसभा का सैशन 24 अगस्त को बुलाने का फैसला किया है जिसमें जस्टिस रणजीत कमिशन की रिपोर्ट सार्वजनिक किए जाने की पूरी संभावना है। उन्होंने कहा कि इस रिपोर्ट द्वारा ‘बरगाड़ी’ कांड का सच सामने आने के डर से अब अकाली सरकार समय के मुख्यमंत्री और मंत्री गवाह पलटाने के रास्ते चल पड़े हैं। ज्ञानी गुरमुख सिंह और हिम्मत सिंह जैसे लोगों का कोई धर्म नहीं। यह लोग निजी स्वार्थों के लिए अपना जमीर बेच रहे हैं।