Edited By Punjab Kesari,Updated: 14 Nov, 2017 01:01 PM
मुख्यमंत्री कै. अमरेन्द्र सिंह द्वारा लगातार मीटिंगों का वायदा करके उसे टाल देने से भड़कीं आंगनबाड़ी वर्करों और हैल्परों ने डिप्टी कमिश्नर दफ्तर के आगे एक विशाल रोष रैली करके 15 नवम्बर से जेल भरो आंदोलन शुरू करने का ऐलान किया है।
पटियाला (बलजिन्द्र): मुख्यमंत्री कै. अमरेन्द्र सिंह द्वारा लगातार मीटिंगों का वायदा करके उसे टाल देने से भड़कीं आंगनबाड़ी वर्करों और हैल्परों ने डिप्टी कमिश्नर दफ्तर के आगे एक विशाल रोष रैली करके 15 नवम्बर से जेल भरो आंदोलन शुरू करने का ऐलान किया है।
प्रधान हरजीत कौर पंजौला के नेतृत्व में पहले डिप्टी कमिश्नर दफ्तर के आगे एक विशाल इक_ हुआ, जहां सरकार के खिलाफ खुल कर नारेबाजी की गई। इसके बाद 1200 आंगनबाड़ी वर्करों और हैल्परों ने जेल भरो आंदोलन दौरान जेल जाने को सहमति दी। इसके बाद प्रधान हरजीत पंजौला के नेतृत्व में एक वफद इस संबंधी डिप्टी कमिश्नर कुमार अमित को मिला और उन्होंने अपने फैसले से उनको अवगत करवाया।
डिप्टी कमिश्नर ने भरोसा दिया कि उनकी कोशिश रहेगी कि मांगों को लेकर उनकी मुख्यमंत्री के साथ मीटिंग हो जाए परंतु डिप्टी कमिश्नर की तरफ से भी पूर्ण तौर पर कोई भरोसा नहीं दिया गया। डिप्टी कमिश्नर को मिलने के बाद आंगनबाड़ी वर्करों और हैल्परों की प्रधान हरजीत कौर पंजौला ने बताया कि पंजाब सरकार की तरफ से लगातार उनको टाला जा रहा है। अब तक 5 मीटिंगें टल चुकी हैं और 14 नवम्बर की जो मीटिंग फिक्स की गई थी, उसे भी रद्द कर दिया गया है।
उन्होंने बताया कि उनको कल मुख्यमंत्री हाऊस से फोन पर 14 नवम्बर की मांगों संबंधी होने वाली मीटिंग को रद्द करने की सूचना मिली और अगली मीटिंग भी फिक्स नहीं की गई। सिर्फ अगली मीटिंग के लिए समय दे दिया जाएगा कह कर फोन काट दिया गया। उन्होंने बताया कि इससे साफ लगता है कि पंजाब सरकार उनकी मांगों को लेकर गंभीर नहीं है। यही कारण है कि समूचे आंगनबाड़ी वर्करों और हैल्परों की तरफ से जेल भरो आंदोलन करने का ऐलान किया गया है। उन्होंने कहा कि सरकार आंगनबाड़ी वर्करों और हैल्परों को इस तरह जलील नहीं कर सकती।