Edited By Punjab Kesari,Updated: 11 Nov, 2017 04:34 PM
आज की नई तकनीक में नई से नई खोजे निकाली जा रही हैं तथा इसी कड़ी के चलते स्थानीय निवासी अमनदीप सिंह सोढी जो कि टैगोर माडल स्कूल के वाइस प्रिंसीपल हैं
श्री मुक्तसर साहिब (हरीश तनेजा): आज की नई तकनीक में नई से नई खोजे निकाली जा रही हैं तथा इसी कड़ी के चलते स्थानीय निवासी अमनदीप सिंह सोढी जो कि टैगोर माडल स्कूल के वाइस प्रिंसीपल हैं, ने भी एक ऐसा बिजली यंत्र तैयार किया है। जिससे न तो कोई प्रदूषण फैलता है तथा न ही वातावरण खराब होता है, बलकि बैटरियों को चार्ज करने के लिए इस यंत्र पर कोई खर्चा भी नहीं होता।
उन्होंने बताया कि यह यंत्र बैटरी की पावर में भी बढ़ौत्तरी कर देता है। यह बैटरी भले ही मोबाईल फोन की हो या कोई अन्य हो। जनरेटर नुमा यह यंत्र स्वयं बिजली पैदा नहीं करता बलकि बैटरी की बिजली को ही बढ़ाता है। इस यंत्र को बनाने के लिए वह गत् डेढ़ वर्ष से कार्य कर रहे थे तथा इसके उपरांत ही इस मशीन को तैयार किया गया हैं। उन्होंने बताया कि यदि पंजाब सरकार उनकी सहायता करे तो ऐसे यंत्रों के साथ दूर -अगामी क्षेत्रों में भी बिजली को पहुंचाया जा सकता है तथ्था वह भी थर्मल पावर पलांट व डैम के बिना ही। इसी प्रकार जो जगह -जगह बिजली के खंबे लगे हुए हैं व तारों का जाल बिछा हुआ है, यदि इस मशीन को घरों, फैक्टरियों तथा कार्यालयों आदि में लगा दिया जाये तो इस समस्या का समाधान किया जा सकता है।
सोढी ने यह भी बताया कि वैज्ञानिक खोज करने का उन्हें शौक है। वह अपने द्वारा बनाए गए इस यंत्र के बारे में राज्य की यूनिवर्सिटियों के विशेषज्ञाों तथा पावरकाम के आधिकारियों के साथ बात करेंगे। उन्होंने बताया कि यह डिवाइस एक स्वै चल रहा चुप जनरेटर है, जो कि कम से -कम 10 घरों का बिजली का भार झेल सकता है तथा किसी भी अतिरिक्त लागत के बिना चुपचाप प्रदूषण मुक्त (मुफ्त बिजली) बढाया जा सकता है। इस यंत्र से प्रत्येक घर कम से कम 5 से 10 हजार रूपए मासिक बचत कर सकता है। एल.पी.जी. का उपयोग करने की कोई जरूरत नहीं।
सभी वाहनों को इस के द्वारा चलाया जा सकता है जिस से हम पैट्रोल के अतिरिक्त भार से बच सकते है। उन्होंने कहा कि एक बार इस यंत्र को बनाने पर लगभग 3 हजार रुपए खर्च आता है तथा वह चाहते है कि कोई कंपनी बड़े पैमाने पर इस को बनाए ताकि हर कोई इस का लाभ उठा सके।