Edited By Updated: 23 Apr, 2017 03:05 PM
गत सप्ताह आम से भरे ट्रक में अफीम तस्करी करने वाले तस्कर मंजूर अहमद पुत्र तुफेलद्दीन निवासी जम्मू को जालंधर में काबू किया गया था। उसके ट्रक (नम्बर जे.के.08सी1386) में से पुलिस ने 7 किलो अफीम बरामद की थी, जिसकी कीमत 7 लाख के करीब थी, लेकिन इस तस्कर...
जालंधर(शैली): गत सप्ताह आम से भरे ट्रक में अफीम तस्करी करने वाले तस्कर मंजूर अहमद पुत्र तुफेलद्दीन निवासी जम्मू को जालंधर में काबू किया गया था। उसके ट्रक (नम्बर जे.के.08सी1386) में से पुलिस ने 7 किलो अफीम बरामद की थी, जिसकी कीमत 7 लाख के करीब थी, लेकिन इस तस्कर की वजह से ट्रक में व्यापारी के लदे साढ़े चार लाख रुपए के आम बर्बाद हो गए।
व्यापारी एम.जैड हैदराबाद के मोहम्मद जमीर के अनुसार उसने 157.35 किं्वटल (45 टन) आम श्रीनगर भेजने के लिए 1,36,250 रुपए के किराए में ट्रांसपोर्टर से ट्रक लिया था लेकिन ट्रक चालक को जालंधर में भार्गव कैम्प पुलिस ने 7 किलो अफीम के साथ काबू कर लिया, जिसकी वजह से 6 दिन आम ट्रक में ही पड़े रहे। ट्रक में उन्होंने कुल 1043 करेट भेजे थे। उन्होंने जालंधर मकसूदां सब्जी मंडी के कारोबारी डी.डी. मैंगो कम्पनी को पुलिस से सम्पर्क कर ट्रक में लदे आमों को पलट कर बेचने करने की अपील की, लेकिन कोर्ट में पेशी होने के कारण 6 दिन तक वह माल को लेने में असफल नहीं हो सका। आज अदालती आदेशों के बाद आम बिक्री के लिए मंडी में भेजे गए तो मंडी में 995 करेट पहुंचे। अत: 48 करेट गायब थे। मंडी में पहुंचे 995 करेटों में भी 6 करेट खाली व 7 करेट हाफ थे।
डी.डी. मैंगो के अशोक दुआ व विजय दुआ ने बताया कि उनको हस्ताक्षर 1043 करेटों पर ही करने को कहा गया, लेकिन उन्होंने सही सूची के आधार पर ही अदालत को रिपोर्ट दी। विजय दुआ ने बताया 85 फीसदी आम बर्बाद हो चुके थे। शेष 15 फीसदी की बिक्री से 48,755 रुपए एकत्रित हुए। उन्होंने बिक्री की वीडियोग्राफी पर 2,000 रुपए व वकील के लिए 10,000 रुपए की फीस भी भरी। फ्रूट मंडी आढ़ती एसो. के चेयरमैन रछपाल बब्बू ने कहा कि आम कारोबारी को तस्कर की वजह से चार लाख रुपए का नुक्सान हुआ।कानूनी नियमों के अनुसार मंडी से जुड़े फलों व सब्जियों को ज्यादा देर तक प्रशासन नहीं रख सकता। अफीम तस्कर को काबू करने के पश्चात प्रशासन को फोटो सैशन कर वाहवाही लूटने से पहले आम की बर्बादी व व्यापारी के नुक्सान पर ध्यान केन्द्रित करना चाहिए था। जब प्रशासनिक अधिकारियों से 48 करेटों की कमी के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उन्होंने ट्रक को काबू करते समय कौन- सा करेटों की गिनती की थी। गायब करेटों के बारे में तो काबू ट्रक संचालक ही बता सकता है।
सस्ता मैंगो शेक पीने वाले सावधान!
महानगर में फलों के राजा आम की बम्पर फसल होने के फलस्वरूप आमद जोरों पर है। मकसूदां स्थित फ्रूट मंडी में आम के भाव 35-40 रुपए प्रतिकिलो व परचून में 50-60 रुपए प्रतिकिलो होने के बावजूद महानगर में विभिन्न क्षेत्रों में मैंगो शेक के विक्रेता मात्र 10 रुपए में गिलास बेच रहे हैं। गौरतलब है कि आज फ्रूट मंडी में दौरा करके देखा गया कारोबारियों द्वारा फैंके गए गले-सड़े आम को छोटे-छोटे बच्चे एकत्रित कर रहे थे, जो आगे इन आमों को 5-10 रुपए में रेहड़ी वालों को बेच देते हैं। रेहड़ी वाले उनका मैंगो शेक बनाकर आम लोगों को बेचते हैं। गर्मी से राहत पाने के लिए लोग मैंगो शेकबड़े शौक से डकार जाते हैं। शहर में लगी असंख्य ऐसी रेहडिय़ों पर स्वास्थ्य विभाग की निगाह नहीं पड़ती, जिन पर आम लोगों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ हो रहा है। क्या संबंधित विभाग इन पर ध्यान केंद्रित करेगा?