Edited By Vatika,Updated: 05 May, 2018 02:02 PM
पंजाब की जनता को तोहफे के रूप में मिले आदमपुर हवार्इ अड्डे की सुरक्षा पंजाब पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बन गई है। अभी एयरपोर्ट को शुरू हुए दो ही दिन हुए हैं कि इसमें कई ऐसी खामियां सामने आई जिन्हें जल्द ही सुधारा न गया तो किसी भी समय बड़ी दुर्घटना घट...
जालंधर(अमित): पंजाब की जनता को तोहफे के रूप में मिले आदमपुर हवार्इ अड्डे की सुरक्षा पंजाब पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बन गई है। अभी एयरपोर्ट को शुरू हुए दो ही दिन हुए हैं कि इसमें कई ऐसी खामियां सामने आई जिन्हें जल्द ही सुधारा न गया तो किसी भी समय बड़ी दुर्घटना घट सकती है।
नेताओं को बिना किसी सुरक्षा जांच के दी गर्इ Entry
उद्घटान समारोह वाले दिन जिस तरह सुरक्षा के साथ समझौता कर राजनीतिक पार्टियों के नेताओं व कार्यकत्र्ताओं को बिना किसी सुरक्षा जांच के जिस प्रकार प्रवेश दिया गया, वह अपने आप में साबित करता है कि पुलिस कर्मचारियों पर कितना दबाव है। गत दिवस एयरपोर्ट परिसर के अंदर आकर लगभग एक घंटे तक हंगामा करने वाले व्यक्ति के मामले में भी पुलिस की भारी चूक सामने आ रही है। प्राप्त जानकारी के अनुसार उक्त व्यक्ति जिसके पास कोई एयर-टिकट ही नहीं थी और किराए की इनोवा गाड़ी में आया था। उसे जब एयरपोर्ट के सबसे पहले एंट्री गेट पर रोका गया, तो उसने फर्राटेदार अंग्रेकाी बोलते हुए अंदर प्रवेश कर गया। इस पूरे मामले में बड़ा सवाल खड़ा होता है कि आखिर गेट पर तैनात सुरक्षा कर्मचारियों ने केवल उसके यह कहने से कि मुझे जल्दी जाने दो मेरी फ्लाइट निकल जाएगी, उसकी टिकट बिना चैक किए उसे प्रवेश करने की अनुमति कैसे दे दी?
क्या कहना है प्रत्यक्षदर्शियों का
प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो जब उक्त व्यक्ति हंगामा कर रहा था, तो एक पुलिस कर्मचारी भागा-भागा आया और कहने लगा कि वह जबरदस्ती अंदर आया है और उसे रोकने की कोशिश की गई, मगर वह नहीं माना। आदमपुर एयरबेस जिसे बेहद संवेदनशील माना जाता है और देश में इसका अपना सामरिक महत्व है। उसके साथ बने सिविल एयरपोर्ट तक अगर कोई भी व्यक्ति किसी पुलिस कर्मचारी की लापरवाही की वजह से अंदर आ सकता है, तो यह बेहद गंभीर और चिंताजनक बात है, जिसको लेकर बिना कोई समय गंवाए आत्ममंथन करने की जरूरत है। इस मामले में जब एस.एस.पी. (देहाती) गुरप्रीत सिंह भुल्लर से बात करने की कोशिश की गई तो कई बार मोबाइल नंबर मिलाने पर भी उन्होंने फोन नहीं उठाया, जिससे उनका पत्र प्राप्त नहीं हो सका।
कंधार हाईजैक के बाद भारत में एयरपोर्टों की सुरक्षा की गई चाक-चौबंद
1999 में हुए कंधार विमान हाईजैक के पश्चात पूरे भारत में हवाई अड्डों की सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद की गई। सी.आई.एस.एफ. (सैंट्रल इंडस्ट्रीयल सिक्योरिटी फोर्स) जोकि अद्र्ध-सैनिक बल है, की तैनाती सभी हवाई अड्डों पर की गई। सी.आई.एस.एफ. सीधे तौर पर ब्यूरो ऑफ सिविल एविएशन सिक्योरिटी (सिविल एविएशन मंत्रालय) के रैगुलेटरी फ्रेमवर्क में काम करती है। हर हवाई अड्डे को ए.पी.एस.यू. (एयरपोर्ट सिक्योरिटी यूनिट) जोकि अवैध दखलअंदाजी को रोकने के लिए पूरी तरह से प्रशिक्षित हैं, प्रदान किए गए हैं। इसके अलावा घरेलू विमान कंपनियों की अपनी निजी सुरक्षा व्यवस्था भी होती है।