Edited By Updated: 07 Apr, 2017 11:58 AM
अाज फिर किसी मां की कोख उजड़ गई। कारण सामने अाया स्कूली बस हादसा।
जालंधर(सोनिया गोस्वामी): अाज फिर किसी मां की कोख उजड़ गई। कारण सामने अाया स्कूली बस हादसा। खून से लथपथ पड़ी लाशें सिर्फ मां का कलेजा चीर रहीं थी। सभी दुहाई दे रहे थे तो सिर्फ नियमों की। लेकिन नियम बनाएगा कौन,मां ने तो अपने लाल खो दिए। एेसा पहली बार नहीं हुअा,हर बार होता है। हादसा हुअा,अफरा-तफरी मची,मुअावजा दिया लेकिन कुछ दिन बाद सब भूल गए,दर्द की टीस नहीं भूलती तो वो मां जिसने बच्चों के साथ अपनी सारी खुशियां कुर्बान कर दी।
बच्चे को अच्छी शिक्षा दिलाने की कोशिश में अभिभावक बड़ी रकम खर्च कर उन्हें प्राइवेट स्कूलों में भेजते हैं जिनमें से अधिकांश बच्चे उन स्कूलों के वाहन से आते-जाते हैं लेकिन इन स्कूली बसों पर नजर दौड़ाएं, तो इन बसों में आपके बच्चे कितने सुरक्षित हैं? यह बड़ा सवाल है। बसों के लिए निर्धारित मानक को पूरा नहीं करने से बच्चों की सुरक्षा भगवान भरोसे ही नजर आती है।
हालांकि शिक्षा विभाग की अोर से मामले में कड़ाई से पेश आने की बात कही जाती रही है। सुप्रीम कोर्ट ने स्कूल बसों के संचालन के लिए स्पष्ट दिशा-निर्देश जारी किया है,बावजूद इसके अनुपालन नहीं कर ज्यादातर स्कूल प्रबंधन बिना ट्रांसपोर्ट परमिट के बच्चों को लाने-ले जाने का काम कर रहे हैं।
पंजाब के जिला होशियारपुर के गांव दसूहा में घटे सड़क हादसे में 3 मासूम बच्चों की मौत हो गई। हादसे का कारण सामने से अा रहा तेज रफ्तार वाहन बताया जा रहा है। आपको बता दें कि अगर स्कूल कोई कोताही बरते तो माता-पिता को इसे लेकर स्कूल प्रशासन से बात करनी चाहिए और दबाव बनाना चाहिए कि स्कूल प्रशासन हर हाल में सुप्रीम कोर्ट के दिशा-निर्देश के पालन के लिए मजबूर हो अगर कोई स्कूल इन नियमों को नहीं मानता तो कानून का सहारा लिया जा सकता है। पंजाब केसरी बच्चों की सुरक्षा को लेकर बनाए नियमों अनुसार चलने की अपील करता है।
स्कूल बस की सुरक्षा के लिए सुप्रीम कोर्ट के क्या हैं दिशा-निर्देश
1.बस के आगे और पीछे स्कूल बस लिखा होना जरूरी है।
2. बस पर स्कूल ड्यूटी भी लिखा होना चाहिए।
3.बस के अंदर फर्स्ट एड बॉक्स का होना लाजमी है।
4.खिड़की में शीशे के साथ ग्रिल भी होना चाहिए।
5.बस में आग बुझाने का इंतजाम होना चाहिए।
6.स्कूल बस पर स्कूल का नाम, उसका फोन नंबर लिखा होना चाहिए।
7.बस में स्कूल का एक सहायक भी होना चाहिए।
8.बस के दरवाज़े में मजबूत लॉक लगे होने चाहिए।