Edited By Vatika,Updated: 02 Jun, 2025 08:49 AM

पंजाब में गर्मी की छुट्टियों के बीच बड़ी घोषणा हुई है।
चंडीगढ़: गर्मी की छुट्टियों में पर्यटक अक्सर पहाड़ों की रानी मसूरी की सैर करने या पहाड़ों से गिरने वाले साफ पानी के झरनों का आनंद उठाने के लिए जाते हैं लेकिन इस बार लोग पहाड़ों की बजाय पंजाब के होशियारपुर जिले को वाटर फॉल का आनंद उठा सकेंगे।
पंजाब के वन विभाग ने होशियारपुर के थाना बांध के नजदीक बहने वाले प्राकृतिक झरने को मसूरी के वाटर फॉल कैम्पटी फॉल की तर्ज पर विकसित करने का फैसला किया है। मसूरी के मनमोहक हिल स्टेशन में स्थित वाटर फॉल हर साल अनगिनत पर्यटकों को आकर्षित करता है। मसूरी से 15 किलोमीटर दूर 40 फुट ऊंचे गिरते उस झरने की हू-ब-हू तस्वीर जल्द ही होशियारपुर में देखने को मिलेगी। पंजाब में भी झरने और प्राकृतिक खूबसूरती मौजूद है। होशियारपुर में थाना बांध से करीब 500 मीटर की दूरी पर एक खूबसूरत सा प्राकृतिक झरना है जो स्थानीय लोगों की नजर से परे है। यह झरना पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बन सकता है। झरने तक का सफर आसान नहीं है जो नुकीले पत्थरों से भरा हुआ है।
पंजाब के वन विभाग ने इस प्राकृतिक झरने तक का सफर आसान बनाने के लिए यहां एक सड़क बनाने की तैयारी कर ली है। झरने के आसपास 4 वॉशरूम, 4 से 5 इटिंग ज्वाइंट्स और पर्यटकों की मूलभूत सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए प्रबंध करने की तैयारी कर ली है। वन विभाग का कहना है कि होशियारपुर में इस वाटर फॉल की पर्यटकों के अनुरूप तैयार करने पर करीब 10 से 15 लाख रुपए का खर्च आएगा। हिमाचल प्रदेश के साथ लगने वाला जिला है पहाड़ियों के बीच होशियारपुर के इस झरने के पास ही जंगल सफारी का भी अद्भभुत नजारा है। यह जिला सीमावर्ती है और जहां से आगे हिमाचल प्रदेश शुरू होता है। पहाड़ियों से घिटी इस जगह में वन विभाग ने जंगल सफारी का आनंद लेने के लिए बेहतरीन सुविधाओं से युक्त लॉग हट्स, कैंटीन, डैम में बोटिंग, सफारी में जंगली जीवों को देखने की सुविधा भी दे रखी है। होशियारपुर जिले के वन संरक्षण अधिकारी संजीव तिवारी का कहना है कि एक महीने के अदर स प्राकृतिक झरने को पर्यटकों की सहूलियत के मुताबिक तैयार कर लिया जाएगा।