Edited By Updated: 25 Apr, 2017 08:55 AM
मालवा क्षेत्र में गत रात्रि हुई हल्की बारिश से लिङ्क्षफ्टग हेतु पड़ी विभिन्न एजैंसियों की लाखों गेहूं की बोरियां भीग गईं। मंडीकरण बोर्ड विभाग के अधिकारियों का कहना है कि हल्की बारिश के कारण मंडियों में पड़े अनाज को ज्यादा नुक्सान नहीं हुआ है, लेकिन...
मोगा (पवन ग्रोवर): मालवा क्षेत्र में गत रात्रि हुई हल्की बारिश से लिङ्क्षफ्टग हेतु पड़ी विभिन्न एजैंसियों की लाखों गेहूं की बोरियां भीग गईं। मंडीकरण बोर्ड विभाग के अधिकारियों का कहना है कि हल्की बारिश के कारण मंडियों में पड़े अनाज को ज्यादा नुक्सान नहीं हुआ है, लेकिन फिर भी इन बोरियों की संभाल के लिए प्रयास किए गए हैं।
जानकारी के अनुसार गत सायं तक मोगा मार्कीट कमेटी के अंतर्गत आती मंडियों में 26 लाख से ज्यादा बोरियां गेहूं की खरीदी गई थीं, जिनमें से 19 लाख गट्टों की लिङ्क्षफ्टग पहले ही हो चुकी है, जबकि 7 लाख बोरियों की लिङ्क्षफ्टग होना अभी बाकी है। विभाग द्वारा इन बोरियों की लिङ्क्षफ्टग के कार्यों में और तेजी लाई गई है।
जानकारी के बाद यह तथ्य उभर कर सामने आया है कि जिले भर में 2-3 प्रतिशत गेहूं की फसल को छोड़ कर कटाई का काम किसानों द्वारा मुकम्मल कर लिया गया है तथा इसका मंडीकरण भी हो चुका है। इस स्थिति के कारण बारिश का किसान वर्ग को तो कुछ नुक्सान नहीं हुआ, लेकिन सरकार द्वारा खरीद किए अनाज को जरूर थोड़ा-बहुत नुक्सान होने का अंदेशा है।
मोगा मंडी में काफी समय से काम करते आढ़ती प्रभदीप सिंह काला धल्लेके का कहना है कि गेहूं की मंडी में पड़ी बोरियों पर बारिश तो जरूर पड़ी है, लेकिन गेहूं में पानी को सूखाने की समर्था होती है, जिसके कारण इस बारिश से कोई नुक्सान नहीं होगा। उन्होंने कहा कि मंडी में जो इक्का-दुक्का गेहूं की ढेरियों की खरीद होनी अभी बाकी है, उनकी संभाल के लिए किसान तथा आढ़तियों ने अग्रिम प्रबंध कर लिए थे।
7 लाख बोरियों की लिङ्क्षफ्टग बाकी : सचिव
मार्कीट कमेटी के सचिव हाकम सिंह ने बताया कि कल सायं तक 7 लाख बोरियों की लिङ्क्षफ्टग मार्कीट कमेटी मोगा की मंडी में बाकी थी, जिसको उठवाने का कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है। हल्की बारिश से कोई नुक्सान नहीं हुआ है। शाम तक काफी लिङ्क्षफ्टग मुकम्मल हो जाएगी।