Edited By Updated: 24 May, 2017 02:25 PM
पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा ली गई 10वीं कक्षा की वार्षिक परीक्षा दौरान आए परिणामों ने स्कूल प्रशासन, माता-पिता और बच्चों में काफी निराशा पैदा कर दी है
जलालाबाद (सेतिया): पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा ली गई 10वीं कक्षा की वार्षिक परीक्षा दौरान आए परिणामों ने स्कूल प्रशासन, माता-पिता और बच्चों में काफी निराशा पैदा कर दी है और जिला फाजिल्का एक बार फिर परिणामों के मामले में पिछड़ता नजर आया। जिला फाजिल्का का परिणाम 46 प्रतिशत ही रहा है और जबकि ब्लाक जलालाबाद का परिणाम 55 प्रतिशत रहा है।
जानकारी अनुसार 10वीं क्लास की परीक्षा दौरान जिला फाजिल्का में कुल 13,418 बच्चे ने परीक्षा दी थी जिसमें 6180 बच्चे पास हुए और 7238 बच्चे रीपेयर और फेल हुए हैं। जलालाबाद ब्लाक की बात करें तो यहां 2-3 सरकारी स्कूलों का परिणाम काफी निराशाजनक रहा है। पास बच्चों की प्रतिशत गिनती की जाए तो सिर्फ 15 से 20 प्रतिशत बच्चे ही पास हुए हैं।
सांसद शेर सिंह घुबाया के पैत्रिक गांव में अच्छे नहीं रहे 10वीं के नतीजे
जानकारी अनुसार मंडी घुबाया के सरकारी स्कूल में कुल 166 बच्चों ने परीक्षा दी थी जिनमें से सिर्फ 26 बच्चे पास हुए हैं और 66 बच्चों की रीपेयर आई है। 74 बच्चे फेल हुए हैं और बच्चों की औसत पास संख्या 15.66 प्रतिशत रही है जबकि यह गांव सांसद शेर सिंह घुबाया का पैत्रिक गांव है। इसी तरह गांव ढाब खुशहाल जोईआ स्कूल में कुल 67 बच्चों ने परीक्षा दी थी जिन में से सिर्फ 13 बच्चे पास हुए हैं।
इसी तरह ढंडी कदीम सरकारी स्कूल में कुल 146 बच्चों ने परीक्षा दी थी और जिन में 58 बच्चे पास हुए हैं । जलालाबाद ब्लाक के दो स्कूलों का नतीजा अच्छा रहा है। इन में सरकारी सीनियर सैकेंडरी स्कूल लड़के और सरकारी सीनियर सैकेंडरी स्कूल वैरोके का सालाना नतीजा अच्छा रहा है। सरकारी स्कूल जलालाबाद द्वारा 145 बच्चों ने परीक्षा दी थी जिन में 122 बच्चे पास हुए हैं और 23 बच्चों की रीपेयर आई है। इसी तरह वैरोके स्कूल के 189 बच्चों ने पेपर दिए थे जिन में 148 बच्चे पास हुए हैं और 31 बच्चों की रिपेयर और 10 बच्चे फेल हुए हैं।
यदि नजर दोड़ाई जाए तो ज्यादातर बच्चे विज्ञान और गणित के विषयों में फेल हुए हैं। इसके पीछे कारण यह भी है कि कई स्कूलों में विज्ञान और गणित विषय के अध्यापकों की कमी चल रही है और पूरे साल दौरान बच्चों की सही तरीके से पढ़ाई न होने की वजह कारण भी बच्चे उक्त विषयों में फेल हुए हैं। उधर, ब्लाक जलालाबाद के सरकारी स्कूलों के प्रिंसीपल की मीटिंग एस.डी.एम. अविकेश गुप्ता द्वारा बुलाई गई और मीटिंग में 10वीं के आए नतीजों के लिए जानकारी ली।