Edited By bharti,Updated: 09 Oct, 2018 02:59 PM
किसान धान की पराली को आग न लगाएं बल्कि इसे कुतर कर खाद के रूप में खेतों ...
रूपनगर(विजय): किसान धान की पराली को आग न लगाएं बल्कि इसे कुतर कर खाद के रूप में खेतों में प्रयोग करें। ऐसा करने से बीमारियां भी नहीं फैलेंगी और पर्यावरण को संरक्षण मिलेगा।डी.सी. डा. सुमित जारंगल ने मिनी सचिवालय के कमेटी रूम में विभिन्न संगठनों के नेताओं को पराली को खेतों में न जलाने को प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि पराली को खेतों आग लगाए जाने की प्रथा को बंद किया जाए।
उन्होंने कहा कि पराली को आग लगाने वालों पर सैटेलाइट के माध्यम से निगरानी रखी जा रही है। इसके अलावा जो किसान पराली को आग लगाता है, उसके रेवेन्यू रिकार्ड में रेड एंट्री (डिफाल्टर) दर्ज की जाएगी। इस मौके पर संगठन नेताओं द्वारा पेश की समस्याओं के प्रति भी जिलाधीश ने कार्रवाई का भरोसा दिलाया।