Edited By Updated: 24 Apr, 2017 08:43 AM
यू.पी. ए.टी.एस. की पूछताछ में 4 गिरफ्तार संदिग्ध आतंकियों ने बताया कि उनका टारगेट यू.पी. विधानसभा और अयोध्या जैसी बड़ी लोकेशंस पर धमाका करना था।
लखनऊ (एजैंसियां): यू.पी. ए.टी.एस. की पूछताछ में 4 गिरफ्तार संदिग्ध आतंकियों ने बताया कि उनका टारगेट यू.पी. विधानसभा और अयोध्या जैसी बड़ी लोकेशंस पर धमाका करना था। वहीं पूछताछ में सामने आया कि टैरर प्लान जालंधर में बनाया था। बता दें कि बीते गुरुवार को टीम ने बिजनौर से मुफ्ती फैजान, तनवीर और एहतेशाम को गिरफ्तार किया था। यू.पी. ए.टी.एस. की पूछताछ में एहतेशाम ने खुलासा किया कि जालंधर में 26 फरवरी को बैठक हुई थी, जिसमें फैजान भी शामिल था। बैठक के दौरान तय हुआ था कि यू.पी. की किन जगहों पर ब्लास्ट करना है। एहतेशाम ने बताया कि ग्रुप तैयार होने के बाद बनारस, मथुरा, अयोध्या, यू.पी. विधानसभा और लखनऊ के एक इमामबाड़े को टारगेट करने का प्लान बनाया गया था।
फैजान ने ए.टी.एस. अधिकारियों को पूछताछ में बताया कि कुछ साथियों को मार्च के आखिरी हफ्ते में यू.पी. विधानसभा की रेकी के लिए लखनऊ भेजा गया था, जहां इन आतंकियों ने सैल्फी के नाम पर यू.पी. असैम्बली की तस्वीरें और वीडियो बनाई थी। इन संदिग्ध आतंकियों ने यू.पी. और बिहार से प्री-एक्टीवेटेड सिमों का जखीरा इक_ा किया था। ये लोग नंबर बदल-बदल कर बात किया करते थे, जिससे वे पुलिस से बच सकें। फिलहाल ए.टी.एस. की टीम इन लोगों से पूछताछ कर रही है।
योगी की सुरक्षा में तैनात नदारद मिले एस.ओ. सहित 18 पुलिस कर्मी
यू.पी. के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर आतंकी हमले का खतरा बताया गया है लेकिन यू.पी. पुलिस इस बात को गंभीरता से नहीं ले रही है। लखनऊ में रविवार को सी.एम. की सुरक्षा में तैनात एस.ओ. बंथरा सी.बी. सिंह सहित 18 पुलिस कर्मी औचक निरीक्षण के दौरान गैर-हाजिर मिले। मामले को गंभीरता से लेते हुए गौतमपल्ली थाने में नदारद पुलिस कर्मियों के खिलाफ रिपोर्ट भी दर्ज कराई गई है। वहीं एक दिन का वेतन काटने का भी आदेश दिया गया है। एस.एस.पी. ने विभागीय कार्रवाई के लिए जांच के आदेश दे दिए हैं। बताया जा रहा है कि अभी तक लखनऊ एस.एस.पी. मंजिल सैनी ने एक बार भी सी.एम. योगी की सुरक्षा की जांच तक नहीं की है।