Edited By shukdev,Updated: 20 Oct, 2018 01:01 AM
पंजाब के अमृतसर में शुक्रवार देर शाम को हुए बड़े रेल हादसे में रावण दहन देख रहे लोगों को त्योहार के उमंग और उत्साह में अपनी जान गंवानी पड़ी। अमृतसर में रावण दहन देख रहे लोगों और उनके परिजनों के लिए मौत बनकर आई ट्रेन ने पांच सेकेंड में कई लोगों ने...
अमृतसर : पंजाब के अमृतसर में शुक्रवार देर शाम को हुए बड़े रेल हादसे में रावण दहन देख रहे लोगों को त्योहार के उमंग और उत्साह में अपनी जान गंवानी पड़ी। अमृतसर में रावण दहन देख रहे लोगों और उनके परिजनों के लिए मौत बनकर आई ट्रेन ने पांच सेकेंड में कई लोगों ने अपने परिजनों को हमेशा के लिए खो दिया।रावण के पुतले का दहन देखने आए लोग जश्न में इतने मशगूल थे कि उन्होंने सुरक्षा व्यवस्था का ध्यान नहीं रखा और उनकी लापरवाही ने ही पलभर में सैंकड़ों जिंदगियों को उजाड़ दिया। पल भर में ही क्षत-विक्षत शव रेल लाइन के दोनों ओर पड़े हुए थे।
चारों तरफ हाहाकार, भगदड़, पसरा खून, टूटी चप्पल-जूतें और अन्य सामान इस बात की गवाही दे रहे थे कि वे देखने तो बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक रावण दहन आए थे लेकिन उनकी ही जीवन लीला का अंत हो गया। जालंधर से अमृतसर की तरफ आ रही ट्रेन ने रावण दहन देख रहे कई लोगों को कुचल दिया। हादसे में 50 से ज्यादा लोगों के मरने की आशंका जताई जा रही है। हादसा चौड़ा बाजार के समीप हुआ।
उस समय लोग पटरी के पास रावण दहन देख रहे थे और पटाखों के शोरगुल में तेजी आती हुई ट्रेन की आवाज सुनाई नहीं दी। ट्रैक के आसपास खून से लथपथ लाशें बिखरी पड़ी हुई हैं। घटनास्थल पर मौजूद चश्मदीद बताते हैं कि ट्रेन की स्पीड बहुत ज्यादा थी।
एक चश्मदीद ने बताया कि प्रशासन और दशहरा कमेटी की गलती से यह घटना हुई है। उन्हें यह सुनिश्चित करना चाहिए था कि कार्यक्रम के दौरान यहां पर ट्रेन की स्पीड धीमी रखी जाए लेकिन ऐसा नहीं किया जा सका।
(सभी तस्वीरें: सागर वर्मा)