Edited By Vatika,Updated: 21 Sep, 2018 11:32 AM
नन से दुष्कर्म करने के आरोप को लेकर दूसरे दिन भी केरल पुलिस की पूछताछ से गुजरे बिशप फ्रैंको मुलक्कल को पोप फ्रांसिस ने पादरी की जिम्मेदारियों से तत्काल अस्थायी तौर पर मुक्त कर दिया है। कैथोलिक बिशप कॉन्फ्रैंस ऑफ इंडिया (सी.बी.सी.आई.) ने यह...
जालंधर\कोच्चि: नन से दुष्कर्म करने के आरोप को लेकर दूसरे दिन भी केरल पुलिस की पूछताछ से गुजरे बिशप फ्रैंको मुलक्कल को पोप फ्रांसिस ने पादरी की जिम्मेदारियों से तत्काल अस्थायी तौर पर मुक्त कर दिया है। कैथोलिक बिशप कॉन्फ्रैंस ऑफ इंडिया (सी.बी.सी.आई.) ने यह जानकारी दी।
सी.बी.सी.आई. ने एक बयान में कहा कि पोप ने आर्क डायोसीस ऑफ बाम्बे के बिशप इमरिट्स एंग्लो रुफिनो ग्रैसियस को डॉयोसिस ऑफ जालंधर का एपोस्टोलिक प्रशासक बनाया है। यह घोषणा ऐसे समय में हुई जब वरिष्ठ कैथोलिक पादरी फ्रैंको मुलक्कल से विशेष जांच दल ने यहां दूसरे दिन भी पूछताछ की।
उधर,राष्ट्रीय महिला आयोग ने केरल में दुष्कर्म पीड़िता नन को ‘यौनकर्मी’ कहने वाले निर्दलीय विधायक पी.सी. जॉर्ज को फिर सम्मन जारी किया है और उन्हें 4 अक्तूबर को आयोग के समक्ष उपस्थित होने के लिए कहा है। जार्ज को हाल ही में सम्मन जारी कर 20 सितम्बर को उपस्थित होने के लिए कहा गया था लेकिन वे गुरुवार को आयोग के समक्ष नहीं पहुंचे।