Edited By Punjab Kesari,Updated: 18 Feb, 2018 10:10 AM
देश के 21 बड़े राज्यों में से 17 राज्यों में जन्म के समय लिंगानुपात में कमी दर्ज की गई है। वहीं इस रिपोर्ट में बताया गया है कि जन्म के समय लिंगानुपात के मामले में पंजाब में सुधार हुआ है। यहां 19 प्वाइंट्स की वृद्धि हुई है। उत्तर प्रदेश में 10...
नई दिल्ली/चंडीगढ़: देश के 21 बड़े राज्यों में से 17 राज्यों में जन्म के समय लिंगानुपात में कमी दर्ज की गई है। वहीं इस रिपोर्ट में बताया गया है कि जन्म के समय लिंगानुपात के मामले में पंजाब में सुधार हुआ है। यहां 19 प्वाइंट्स की वृद्धि हुई है। उत्तर प्रदेश में 10 प्वाइंट्स तथा बिहार में 9 प्वाइंट्स की वृद्धि हुई है। गुजरात में गिरावट 53 प्वाइंट नीचे पहुंच गई है।
नीति आयोग द्वारा जारी इस रिपोर्ट में भ्रूण का लिंग परीक्षण कराकर होने वाले गर्भपात के मामले में जांच की जरूरत पर जोर दिया गया है। रिपोर्ट के अनुसार जन्म के समय लिंगानुपात मामले में 10 या उससे ज्यादा प्वाइंट्स की पर्याप्त गिरावट होने वाले राज्यों में से एक गुजरात में प्रति 1000 पुरुषों पर 907 महिलाओं का अनुपात गिरकर अब 854 हो गया है। यहां साल 2012-14 ( आधार वर्ष) से 2013-15 (संदर्भ वर्ष) के बीच 53 प्वाइंट्स की गिरावट हुई है। स्वस्थ राज्य, प्रगतिशील भारत की रिपोर्ट के अनुसार गुजरात के बाद हरियाणा का स्थान है। यहां 35 प्वाइंट्स की गिरावट दर्ज हुई है। इसके बाद राजस्थान (32 प्वाइंट्स), उत्तराखंड (27 प्वाइंट्स), महाराष्ट्र (18 प्वाइंट्स), हिमाचल प्रदेश (14 प्वाइंट्स), छत्तीसगढ़ (12 प्वाइंट्स) और कर्नाटक (11 प्वाइंट्स) की गिरावट हुई है।