Edited By Punjab Kesari,Updated: 02 Feb, 2018 12:15 PM
भारतीय किसान यूनियन लक्खोवाल के ब्लाक अध्यक्ष गुरजीत सिंह लंगेयाना ने कहा कि केन्द्र व राज्य सरकार की किसान विरोधी नीतियों से इलाके के किसानों को जागरूक करने को गांव-गांव में बैठक कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि दिन-प्रतिदिन बढ़ती खेती लागतों के मुकाबले...
बाघापुराना(चुटानी): भारतीय किसान यूनियन लक्खोवाल के ब्लाक अध्यक्ष गुरजीत सिंह लंगेयाना ने कहा कि केन्द्र व राज्य सरकार की किसान विरोधी नीतियों से इलाके के किसानों को जागरूक करने को गांव-गांव में बैठक कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि दिन-प्रतिदिन बढ़ती खेती लागतों के मुकाबले फसलों के रेट में बेतहाशा बढ़ौतरी ने 25 फीसदी किसानों को खेतों से दूर कर दिया है।
सरकार की किसान विरोधी नीतियों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि अब तक की सरकारों द्वारा खेती संकट के समाधान के लिए बनाए गए कमीशन की रिपोर्ट इस कारण ही लागू नहीं की गई क्योंकि प्रत्येक कमीशन ने किसानों की फसलों के रेटों में बढ़ौतरी की सिफारिशें की थीं। उन्होंने कहा कि गत सीजन के दौरान सरकारी भाव के हेर-फेर के चलते किसानों को 42 हजार करोड़ रुपए का घाटा पड़ा है, जिसका सीधा मतलब है कि किसानों द्वारा सरकार व लोगों के लिए बिना लाभ सेवा की जा रही है जो बहुत देर संभव नहीं हो सकती। लंगेयाना ने किसानों से अपील की कि वह किसान यूनियन लक्खोवाल द्वारा किसानी हितों के लिए शुरू किए संघर्ष में एकजुट हों।