Edited By Punjab Kesari,Updated: 21 Feb, 2018 12:20 PM
थाना कूमकलां के अधीन आते गांव दोआबा भैणी में इज्जत की खातिर पिता की ओर से अपनी बेटी व उसके प्रेमी की की गई हत्या को लेकर आरोपी गुरमेल सिंह ने पुलिस पूछताछ में खुलासा किया है कि उसकी लड़की की हरकत के कारण उसकी अपने गांव व समाज में बहुत बेइज्जती हुई...
साहनेवाल/कोहाड़ा: थाना कूमकलां के अधीन आते गांव दोआबा भैणी में इज्जत की खातिर पिता की ओर से अपनी बेटी व उसके प्रेमी की की गई हत्या को लेकर आरोपी गुरमेल सिंह ने पुलिस पूछताछ में खुलासा किया है कि उसकी लड़की की हरकत के कारण उसकी अपने गांव व समाज में बहुत बेइज्जती हुई थी, जिस कारण वह काफी दु:खी और परेशान था। जिस दिन उसकी बेटी अपने प्रेमी के साथ घर से गई थी उसने उसी दिन से मन में ठान लिया था कि वह दोनों की हत्या कर देगा। अपनी बेटी के फैसले से दुखी होकर गांव में बदनामी महसूस करते हुए उसने गांव छोड़ दिया था और समाना के एक गुरुद्वारा साहिब में जाकर रहने लगा। अपना यह बदला पूरा करने के लिए उसने 5 साल तक इंतजार किया।
थाना प्रमुख आई.पी.एस. राजन शर्मा ने बताया कि आरोपी गुरमेल सिंह ने बताया कि उसकी बेटी की शादी उन्होंने 16 साल पहले की थी। लगभग 4-5 साल पहले एक फैक्टरी में काम करते हुए उसके संबंध उक्त संदीप कुमार के साथ बन गए जिसके बाद वह अपने दोनों बच्चों को साथ लेकर संदीप के साथ हरियाणा में जाकर रहने लगी। लगभग 25 दिन पहले उसे पता लगा कि बलविंदर अपने प्रेमी के साथ लुधियाना वापस आकर रहने लगी है। इसके बाद वह भी 22 दिन पहले गांव वापस आ गया। इस समय उसकी बेटी एक दो बार घर आई तो उसने अपनी बेटी को किसी तरह विश्वास दिलाया कि अब उसके मन में कोई गिला-शिकवा नहीं है और सभी कुछ पहले जैसा ही है। लेकिन गत दिवस जब उसकी बेटी अपने प्रेमी के साथ वापस आई तो उसने रात को मौका पाकर दोनों की हत्या कर अपना बदला पूरा कर लिया।
घर में बिखरा पड़ा था खून
गुरमेल सिंह के लड़के गुरप्रीत सिंह ने बताया कि वह काम पर गया था। जब देर रात्रि करीब 11 बजे वह घर पहुंचा तो घर की सभी लाइटें बंद थीं। उसने रसोई में दाखिल होने के बाद जब लाइट जलाई तो उस को शक हुआ। जब उस ने दूसरे कमरे में जाकर देखा तो वहां खून ही खून बिखरा पड़ा था जबकि घर में कोई नहीं था। वह शोर मचाता हुआ बाहर भागा तो गांव के स्कूल के नजदीक चौक में उसको रेहड़ा खड़ा मिला जिसमें 2 शव पड़़े हुए थे।
वारदात के समय घर में कोई नहीं था
थाना प्रमुख ने बताया कि आरोपी के कहने के मुताबिक जब उसने दोनों की हत्या कर दी तो उस समय घर में और कोई नहीं था। उसका एक बेटा अपने काम पर गया था। दूसरे 2 लड़के अपने घरों में थे। सही मौका पाकर उसने दोनों की तेजधार हथियार से हत्या कर दी।