Edited By Vatika,Updated: 04 Jun, 2018 01:03 PM
एशिया की सबसे बड़ी अनाज मंडी खन्ना में मक्की और सूरजमुखी फसल की आमद शुरू हो गई है। इस बार मंडियों में चाहे किसानों को इन फसलों के भाव पिछले साल की अपेक्षा ज्यादा मिल रहे हैं, परन्तु किसानों को यह फसलें केंद्र सरकार की तरफ से निश्चित कम से कम समर्थन...
खन्ना(कमल): एशिया की सबसे बड़ी अनाज मंडी खन्ना में मक्की और सूरजमुखी फसल की आमद शुरू हो गई है। इस बार मंडियों में चाहे किसानों को इन फसलों के भाव पिछले साल की अपेक्षा ज्यादा मिल रहे हैं, परन्तु किसानों को यह फसलें केंद्र सरकार की तरफ से निश्चित कम से कम समर्थन मूल्य (एम.एस.पी.) से कहीं कम मूल्य पर बेचनी पड़ रही हैं।
जिक्रयोग्य है कि केंद्र सरकार की तरफ से खरीदी फसलों के लिए 2017 -18 में निश्चित एम.एस.पी. मुताबिक मक्की 1425 रुपए प्रति किं्वटल और सूरजमुखी 4000 रुपए प्रति क्विंटल बिकनी चाहिए, जबकि सरकार की तरफ से सूरजमुखी पर 100 रुपए प्रति क्विंटल बोनस भी ऐलाना गया था जो कि अभी तक किसानों को नहीं मिला। केंद्र सरकार की तरफ से हर फसल में किसानों के साथ धोखा किया जा रहा है जिस कारण आज देश का अंनदाता आत्महत्याएं करने के रास्ते चल पड़ा है।
पिछले साल के मुकाबले सूरजमुखी के लिए किसानों को कम से कम 4100 रुपए प्रति किं्वटल के हिसाब से पैसे मिलने चाहिएं, परन्तु प्रदेश में पंजाब और केंद्र सरकार की एजैंसियों की तरफ से मक्की और सूरजमुखी की फसलों की खरीद नहीं की जा रही, जिस कारण किसान मजबूर हो कर निजी व्यापारियों को सस्ते भाव बेचने के लिए मजबूर हैं।