Edited By Punjab Kesari,Updated: 20 Feb, 2018 11:08 AM
अपने आप को ढंडारी कलां का पूर्व अकाली पार्षद गुरबीर सिंह गरचा बताकर नाके पर खड़ी पुलिस से बदसलूकी करने वाले ने आरोपी को नामजद कर लिया है। आरोपी की पहचान गांव धांधरा के बसंत एवेन्यू के अमरिंदर सिंह के रूप में हुई है, जो अभी तक फरार बताया जा रहा है।...
लुधियाना (महेश): अपने आप को ढंडारी कलां का पूर्व अकाली पार्षद गुरबीर सिंह गरचा बताकर नाके पर खड़ी पुलिस से बदसलूकी करने वाले ने आरोपी को नामजद कर लिया है। आरोपी की पहचान गांव धांधरा के बसंत एवेन्यू के अमरिंदर सिंह के रूप में हुई है, जो अभी तक फरार बताया जा रहा है। थाना सदर के प्रभारी इंस्पैक्टर सुखपाल सिंह बराड़ का कहना है कि जल्द ही आरोपी पुलिस की गिरफ्त में होगा।
रविवार शाम को ललतों कलां चौकी में तैनात हैड कांस्टेबल हरभोल सिंह अपने सहकर्मियों हैड कांस्टेबल कुलवंत सिंह, कांस्टेबल गुरबीर सिंह, अमनदीप कुमार, कर्मजीत सिंह इत्यादि के साथ पक्खोवाल रोड के फुल्लांवाल चौक पर नाके पर खड़ा था। करीब 6.25 बजे उसने दुगरी की तरफ से आती हुई एक स्कार्पियों गाड़ी को चैक करने के लिए रोका जिसमें 2 लोग सवार थे। सीट बैल्ट न लगी होने के कारण उसने ड्राइवर को कागजात दिखाने को कहा। ड्राइवर ने खुद का नाम हरिंदर सिंह बताते हुए अपना ड्राइविंग लाइसैंस और गाड़ी के कागजात पेश किए। जिस पर उसने सीट बैल्ट न लगे होने का चालान भर दिया। इसी बीच दूसरा युवक गाड़ी से उतर कर उनके पास आया। जिसने खुद को पूर्व अकाली पार्षद गुरबीर सिंह गरचा बताते हुए हरभोल से बदसलूकी की। उसकी वर्दी उतरवाने की धमकी देकर सरकारी ड्यूटी में विघ्न डालते हुए चालान बुक छीनने की कोशिश की और धक्के से उसका पैन छीन कर ले गया। इस पर हरभोल ने इसकी शिकायत अपने आला अधिकारियों से की। पुलिस ने आनन-फानन में हरभोल सिंह की शिकायत पर गरचा के खिलाफ छीना-झपटी, सरकारी ड्यूटी में बाधा डालने और धमकाने का केस दर्ज कर दिया।
गलती का पता चलते ही बैक फुट पर आई पुलिस
केस दर्ज करने के बाद जब पुलिस ने गरचा के घर पर उसे पकडऩे के लिए गई तो सारी असलियत सामने आ गई। उसे पता चल गया कि किसी ने गरचा के नाम पर दुरुपयोग किया है। जिसके बाद पुलिस एकाएक बैक फुट पर आ गई और उसने अपनी गलती में सुधार करते हुए असल आरोपी का सुराग लगाकर उसे मामले में नामजद कर दिया। जिसके लिए शाम को पुलिस मुख्यालय की तरफ मीडिया को एक प्रैस नोट भी जारी किया गया।
पुलिस ने बिना जांच किए दर्ज किया झूठा मामला : गुरबीर
पूर्व मुख्यमंत्री सुखबीर बादल के करीबी गुरबीर का कहना है कि जिस समय यह वाक्या हुआ मैं पूर्व अकाली मेयर ग्यासपुरा के बेटे जसपाल सिंह के साथ उनकी गाड़ी में वार्ड नंबर 30 में चुनाव प्रचार कर रहा था। सबूत के तौर पर उसके पास सी.सी.टी.वी. की फुटेज भी है। उसका इस मामले से कोई लेना-देना नहीं है। पुलिस ने बिना जांच-पड़ताल किए उसके खिलाफ झूठा मामला दर्ज कर दिया। जिससे उन्हें बेहद तकलीफ हुई है और सुबह से फोन पर लोगों को बेगुनाही होने का सबूत दे रहा हूं। अमरिंदर से उसका कोई वास्ता नहीं हैं। पुलिस ने उसे बिना वजह परेशान किया है। जिससे उसकी इमेज को भी चोट पहुंची है।
- पूर्व अकाली पार्षद गुरबीर सिंह गरचा।
जब हम शिकायतकत्र्ता हरभोल को साथ लेकर गरचा के घर पर पहुंचे तो वह हमें वहीं मिला। तब हरभोल ने उसने पहचाने से इंकार कर दिया। उसने कहा कि यह वह शख्स नहीं है। जिसने पुलिस के साथ बद्तमीजी की थी। वहीं से हमें पता चला कि स्काॢपयो का असल मालिक धांधरा का रहने वाला है। जिस पर पुलिस ने उसके घर पर रेड की लेकिन वह घर से फरार पाया गया। जिसके बाद अमरिंदर सिंह को इस मामले में नामजद कर लिया गया। -सुखपाल सिंह बराड़, थाना प्रभारी