Edited By Punjab Kesari,Updated: 05 Nov, 2017 09:38 AM
भ्रष्टाचार की सारी हदें पार कर चुके परिवहन विभाग में शायद ही कोई काम ऐसा होगा जो बिना पैसों के होता है। यही कारण है कि यहां पर नीचे से लेकर ऊपर तक हर किसी को एक-दूसरे के बारे में सब कुछ भलीभांति पता है।
जालंधर (अमित): भ्रष्टाचार की सारी हदें पार कर चुके परिवहन विभाग में शायद ही कोई काम ऐसा होगा जो बिना पैसों के होता है। यही कारण है कि यहां पर नीचे से लेकर ऊपर तक हर किसी को एक-दूसरे के बारे में सब कुछ भलीभांति पता है। आर.टी.ए. दफ्तर में बैठने वाले 2 निजी कारिंदे जो अपने-अपने क्लर्क का काम करते हैं, के बीच पिछले कुछ दिनों से खूब ठनी हुई है और उनकी बहस पूरे दफ्तर में चर्चा का विषय बन गई। सूत्रों की मानें तो नए अधिकारियों ने नई व्यवस्था के तहत कई नए आदेश जारी किए हैं जिसमें काफी सालों से काम कर रहे उक्त निजी कारिंदों की कमाई पर काफी असर देखने को मिल रहा है। एक क्लर्क के पास पहले काफी काम हुआ करता था मगर मौजूदा समय में उसके पास काम काफी कम हो चुका है।
इसी तरह से एक अन्य क्लर्क है जिसके पास पहले जैसे अब भी काम है। दोनों के निजी कारिंदों की आपस में इस बात को लेकर बहस हुई कि पहले अधिकारियों के पास जो नजराना जाया करता था, उस हिसाब से नजराना भेजना अब संभव नहीं है, इसलिए नए सिस्टम में जिसके पास जितना काम है, उसके हिसाब से ही आगे नजराना भेजा जा सकता है। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि एक कारिंदे ने दूसरे से कहा कि मेरे कोल तां कम्म वी घट गया है, मैं रिश्वत पहले जिन्नी क्यों देवां? दोनों कारिंदों के बीच हुई बातचीत और नोक-झोंक की पूरी जानकारी अधिकारियों के पास भी पहुंच चुकी है।
दोनों की क्लास भी लगाई जा चुकी है। एक निजी कारिंदे ने अपने पास आने वाले एजैंटों को बातों-बातों में इस बात से भी आगाह किया है कि आने वाले दिनों में उन्हें काम का रेट बढ़ाना पड़ सकता है, क्योंकि अब उनके खर्चे पूरे होने काफी मुश्किल हो रहे है वहीं एजैंटों का कहना है कि अगर कारिंदे ने गलती से भी रेट बढ़ाए तो उसकी खैर नहीं क्योंकि उनका बिजनैस भी काफी मंदा चल रहा है। ऐसे में और मार वह सहन नहीं कर सकेंगे।