Edited By Punjab Kesari,Updated: 12 Dec, 2017 11:58 AM
स्थानीय तथाकथित आधुनिक सुविधाओं से लैस सरकारी अस्पताल गुरदासपुर में कलर स्कैङ्क्षनग सुविधा न होने के कारण गर्भवती महिलाओं को कलर ड्रॉपर व लैवल-2 की जांच करवाने के लिए प्राइवेट स्कैनिंग सैंटरों में जाना पड़ता है।
गुरदासपुर (विनोद): स्थानीय तथाकथित आधुनिक सुविधाओं से लैस सरकारी अस्पताल गुरदासपुर में कलर स्कैङ्क्षनग सुविधा न होने के कारण गर्भवती महिलाओं को कलर ड्रॉपर व लैवल-2 की जांच करवाने के लिए प्राइवेट स्कैनिंग सैंटरों में जाना पड़ता है।
अस्पताल में कार्यरत महिला रोग विशेषज्ञ डाक्टर ज्योति महाजन के अनुसार गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य की जांच के दौरान उन्हें मजबूरन यह स्कैन लिखना पड़ता है, परंतु गर्भवती को यह छूट होती है कि वह प्राइवेट चल रहे स्कैङ्क्षनग सैंटरों में किसी पर भी जाकर यह स्कैन करवा सकती है।सिविल अस्पताल में इस तरह की जांच करने के लिए मशीन का होना बहुत जरूरी है।
सरकार व उच्चाधिकारियों को दिया है लिखित में : एस.एम.ओ.
इस संबंधी जब डा. विजय कुमार एस.एम.ओ. सिविल अस्पताल से बात की गई तो उन्होंने कहा कि इस मशीन संबंधी लम्बे समय से पंजाब सरकार तथा स्वास्थ्य विभाग के उच्चाधिकारियों को लिखित रूप में अवगत करवाया जा चुका है तथा सरकार जल्दी ही यह मशीन उपलब्ध करवाने जा रही है। हमारी कोशिश होती है कि मरीज को बाहर से किसी तरह की प्राइवेट सुविधा न लेनी पड़े।