Edited By Punjab Kesari,Updated: 04 Nov, 2017 03:08 PM
पंजाब ही नहीं बल्कि एशिया में दूसरे नंबर की जानी जाती अनाज मंडी में इस समय लिफ्टिंग की सुस्त रफ्तार के कारण हाहाकार मची हुई है पर वी.आई.पी. दौरों के कारण कोई भी अधिकारी मंडी में खरीद प्रबंधों की ओर ध्यान नहीं दे रहा।
नाभा (जैन) : पंजाब ही नहीं बल्कि एशिया में दूसरे नंबर की जानी जाती अनाज मंडी में इस समय लिफ्टिंग की सुस्त रफ्तार के कारण हाहाकार मची हुई है पर वी.आई.पी. दौरों के कारण कोई भी अधिकारी मंडी में खरीद प्रबंधों की ओर ध्यान नहीं दे रहा।
इस समय अनाज मंडी में 14 खरीद केंद्रों में 15 लाख क्विंटल जीरी की खरीद अलग-अलग एजैंसियों द्वारा की जा चुकी है जबकि पिछले वर्ष सीजन दौरान 17 लाख 6 हजार 330 क्विंटल जीरी की खरीद हुई थी। एजैंसियों ने 12 लाख 60 हजार क्विंटल से अधिक जीरी की लिफ्टिंग करवा ली है, जबकि मंडी बंद रहने व कत्ल कांड के कारण इस समय लगभग 2 लाख 50 हजार क्विंटल जीरी खरीद के बावजूद खुले आसमान के नीचे खराब हो रही है।
मौसम खराब होने के कारण किसानों व आढ़तियों के चेहरे मुर्झाए हुए हैं। मार्कीट कमेटी द्वारा लिफ्टिंग के लिए नोटिस दिए गए हैं जबकि मंडी आढ़ती एसोसिएशन द्वारा किसानों व आढ़तियों की सुविधा के लिए अलग केंद्र कायम करके टोकन प्रणाली लागू की गई ताकि किसी के साथ भेदभाव न हो और न ही किसी को लिफ्टिंग में परेशानी हो। सरकार द्वारा 48 घंटे में पेमैंट करने के दावे भी खोखले साबित हुए हैं, जबकि पनसप इंस्पैक्टर सुखचैन सिंह लिफ्टिंग करवाने में आगे रहा है। आढ़ती एसो. के प्रधान जीवन गुप्ता, उप-प्रधान सुरिंद्र गुप्ता, वित्त सचिव सुरिंद्र सिंगला, सुखवंत सिंह कौल व सिकंदर सिंह का कहना है कि मंडी में खरीद का काम लगभग 90 फीसदी मुकम्मल हो गया है। 5 दिनों में लिफ्टिंग हो जाएगी।