Edited By Punjab Kesari,Updated: 01 Dec, 2017 04:37 PM
साले की शादी के लिए कपड़े खरीदने मंगलवार दोपहर तीन बजे घर से निकले मकबूलपुरा के गुरप्रीत सिंह गोपी (24) और उसके दोस्त मनदीप सिंह निक्का की लाशें दबुर्जी के गांव जीवन सिंह में मिलीं।
अमृतसरः साले की शादी के लिए कपड़े खरीदने मंगलवार दोपहर तीन बजे घर से निकले मकबूलपुरा के गुरप्रीत सिंह गोपी (24) और उसके दोस्त मनदीप सिंह निक्का की लाशें दबुर्जी के गांव जीवन सिंह में मिलीं। दोनों को बेरहमी से तेजधार हथियारों से काटा गया। शुरुआती जांच में मर्डर के कारणों का पता नहीं लग पाया था।
सूरज ने बताया कि उसका भाई गोपी सब्जी बेचने का काम करता था और निक्का पल्लेदारी का। दोनों ज्यादातर समय एक-दूसरे के साथ ही गुजारते थे। गोपी के साले बुग्गी का बुधवार को शगुन था। मंगलवार वह निक्का के साथ कपड़े खरीदने के लिए घर से निकला। इसके बाद दोनों का कोई अता-पता नहीं चला। पहले तो दोनों के मोबाइल चल रहे थे, लेकिन फिर उन्होंने किसी की भी कॉल रिसीव नहीं की। रात आठ बजे के बाद दोनों के फोन बंद हो गए। इसके बाद दोनों परिवारों ने उनकी तलाश शुरू कर दी। सुबह 6 बजे पुलिस का फोन आया कि दोनों की लाशें सूए के पास पड़ी हुई हैं।
मर्डर की जगह देख परिवार भी हैरान हैं कि दोनों दबुर्जी की तरफ कैसे चले गए। मर्डर भी सुनसान जगह पर हुआ। जब दोनों पर वार किया गया, वे मोटरसाइकिल पर ही सवार थे। गोपी के गले और जबड़े पर तेजधार हथियार से हमला किया गया, वहीं निक्का की गर्दन और पीठ पर वार किए गए। थाना जंडियाला के एस.एच.ओ. हरपाल सिंह ने बताया कि लाशों के पास से करीब 2500 रुपए और मोटरसाइकिल बरामद होने से स्पष्ट है कि कातिलों का मकसद लूट नहीं, मर्डर ही था।