Edited By bharti,Updated: 09 Oct, 2018 01:23 PM
स्कूलों-कालेजों के समय मुख्य सड़कों और मोहल्लों में ऊंची आवाज के साथ बुलेट मोटरसाइकिल द्वारा पटाखे...
सुल्तानपुर लोधी (धीर): स्कूलों-कालेजों के समय मुख्य सड़कों और मोहल्लों में ऊंची आवाज के साथ बुलेट मोटरसाइकिल द्वारा पटाखे मारने वाले मनचलों के हौसले इतने बुलंद हो चुके हैं कि वे मौजूदा कानून को जहां ठेंगा दिखाते हैं, वहीं पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवालिया निशान लगा रहे हैं। अमीरजादे घरानों के ये बिगड़ैल नौजवान जब मोटरसाइकिल पर 3-3 की संख्या में बैठकर तेज गति से पटाखे मारते हुए गुजरते हैं, तो आसपास के लोगों के कान भी पटाखों की गूंज के कारण ‘सुन्न’ पड़ जाते हैं। पहले तो मोटरसाइकिल पर पटाखे मारने वाले नौजवान को कोई कुछ कहने की हिम्मत नहीं रखता, अगर कोई हौसला करके कुछ कहता है, तो वे उनके साथ भले ही वह कितना भी बुजुर्ग क्यों न हो, उससे भी लडऩे को उतारू हो जाते हैं। इन नौजवानों के हौसले इतने बुलंद हो चुके हैं कि कुछ नौजवानों के परिवार भी इनके आगे बेबस हैं।
मीडिया में खबर प्रकाशित होने के बाद हमारी पुलिस भी कुछ समय के लिए हरकत में आती है और खानापूर्ति व मीडिया में खबर प्रकाशित करवाने के लिए केवल 1-2 दिन कार्रवाई जारी रखती है, परंतु फिर से पहले वाले हालात पैदा हो जाते हैं। उल्लेखनीय है कि माननीय हाईकोर्ट ने भी ऐसे तेज आवाज वाले पटाखे वाले साइलैंसर पर पाबंदी लगाई हुई है, परंतु पुलिस की कथित तौर पर कमजोर कार्यप्रणाली भी इन आदेशों के आगे छोटी साबित होती है। उदाहरण के तौर पर जो भी नया पुलिस अफसर आता है, वह पहले-पहले तो यह कार्रवाई करता है, परंतु कुछ समय के बाद उसके तेवर भी नरम होने लग जाते हैं। कालेजों और स्कूलों के समय लोगों की ओर से बार-बार पुलिस गश्त लगाने की मांग भी ठंडे बस्ते में पड़ जाती है, जिस कारण विशेष तौर पर जिला स्कूलों के नजदीक जो लोग रहते हैं, वे बहुत परेशान हैं। इलाका निवासियों ने पुलिस प्रशासन से मांग की कि इन मोटरसाइकिलों पर पटाखे मारने वाले नौजवानों पर लगातार अभियान चलाकर इन पर काबू पाया जाए। इस बारे में जब डी.एस.पी. तेजबीर सिंह हुंदल से बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि ऐसे कानून तोडऩे वालों को कानून का पाठ पढ़ाया जाएगा और जल्द ही इनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।