Edited By swetha,Updated: 14 Jul, 2018 12:26 PM
शिक्षा के स्तर को ऊपर उठाने के दम भरने वाली कैप्टन अमरेंद्र सिंह की सरकार का एक सच उस समय सामने आया, जब पंजाब केसरी द्वारा जिला कपूरथला में विधानसभा हलका सुल्तानपुर लोधी के पिछड़े हुए इलाके मंड अमृतपुर राजेवाल के सरकारी हाई स्कूल का दौरा किया गया।
सुल्तानपुर लोधी (अश्विनी): शिक्षा के स्तर को ऊपर उठाने के दम भरने वाली कैप्टन अमरेंद्र सिंह की सरकार का एक सच उस समय सामने आया, जब पंजाब केसरी द्वारा जिला कपूरथला में विधानसभा हलका सुल्तानपुर लोधी के पिछड़े हुए इलाके मंड अमृतपुर राजेवाल के सरकारी हाई स्कूल का दौरा किया गया।
स्कूल पहुंचने पर हैरानीजनक तथ्य सामने आए। 3 कमरों वाले इस स्कूल में 209 विद्यार्थियों को पढ़ाने के लिए केवल 2 ही अध्यापक मिले। मौके पर पहुंचे एस.एम.सी. के चेयरमैन जसवंत सिंह, मुख्तयार सिंह पंच, महिंद्र सिंह, किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के प्रसिद्ध नेता जत्थे. परमजीत सिंह खालसा, मिलखा सिंह, बलविंद्र सिंह व अमरजीत सिंह आदि ने कहा कि पंजाब सरकार सरकारी स्कूलों के स्तर को ऊपर उठाने के लिए बड़ी-बड़ी घोषणाएं की जाती हैं किंतु मंड के गांव राजेवाल, मुंडी छन्ना और मंड अमृतपुर राजेवाल के साथ संबंधित इकलौते स्कूल की असल तस्वीर कुछ ओर ही है। इस स्कूल में अध्यापकों की कमी के कारण यहां पढ़ रहे 209 विद्यार्थियों का भविष्य दाव पर लगा हुआ है।
उन्होंने बताया कि स्कूल में अध्यापकों की कमी व बच्चों की पढ़ाई पर पड़े रहे बुरे प्रभावों के बारे में उच्चाधिकारियों को बार-बार अवगत करवाने के बावजूद कोई भी कार्रवाई नहीं हो रही है। जिस कारण बच्चों के माता-पिता में भी भारी रोष पाया जा रहा है। इस मौके पर बच्चों के माता-पिता ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि स्कूल की समूह खाली पड़ी पोस्टों पर अध्यापकों को तैनात न किया गया तो वे स्कूल को ताले लगाकर शिक्षा विभाग व पंजाब सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन करने के लिए मजबूर होंगे और धरना प्रदर्शन मांगें पूरी होने तक जारी रहेगा।
क्या कहते हैं विद्यार्थी
स्कूल की अलग-अलग कक्षाओं में पढ़ रहे विद्यार्थियों के साथ जब बात की गई तो उन्होंने अध्यापकों की कमी का रोष प्रकट करते हुए कहा कि सरकार हमारे स्कूल में अध्यापकों को न भेजकर हमारे 209 विद्यार्थियों के साथ ना इंसाफी कर रही है।