Edited By Updated: 11 Jul, 2016 10:47 PM
कमिश्ररेट पुलिस ने अब वूमैन इम्पावरमैंट पर फोकस किया है जिसके तहत महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागृत करने के लिए अभियान शुरू...
जालंधर(धवन): कमिश्ररेट पुलिस ने अब वूमैन इम्पावरमैंट पर फोकस किया है जिसके तहत महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागृत करने के लिए अभियान शुरू कर दिया गया है। पुलिस कमिश्रर अर्पित शुक्ला के निर्देशों पर कमिश्ररेट पुलिस के अधिकारियों ने महिलाओं व लड़कियों से कहा है कि अगर उनके साथ कोई ज्यादती होती है तो वे तुरन्त हैल्पलाइन नं. 1091 पर सूचित करें। पुलिस तुरन्त हरकत में आकर ज्यादती करने के खिलाफ कार्रवाई करेगी। हैल्पलाइन पर कॉल आने पर पी.सी.आर. या संबंधित पुलिस थाने से कर्मचारी मौके पर पहुंचेंगे।
वूमैन इम्पावरमैंट की जिम्मेदारी ए.सी.पी. दीपिका सिंह को सौंपी गई है। पिछले समय में डी.ए.वी. कालेज के निकट लड़कियों से छेडख़ानी के आरोपों में कुछ आपराधिक प्रवृति के लोगों को पकड़कर जेल की सलाखों के पीछे भेजा जा चुका है। इन लोगों के पास असला लाइसैंस भी थे, जिन्हेें कमिश्ररेट पुलिस ने रद्द कर दिाय है। इसी तरह से एक अन्य स्कूल के चार लड़कों के खिलाफ लड़कियों द्वारा छेडख़ानी की शिकायत भेजने के बाद उन्हें सस्पैंड करवाया जा चुका है।
उन्होंने बताया कि वूमैन आम्र्ड स्पैशल प्रोटैक्शन टीमें भी बनाई गई हैं, जिनकी गिनती 15 है। ये टीमें पुलिस कमिश्रर अॢपत शुक्ला के निर्देशों पर कार्य करती हैं, इन टीमों को स्कूलों व कालेजों के बाहर तैनात किया गया है। इन्हें वायरलैस सैट व अन्य सुविधाएं भी उपलब्ध करवाई गई हैं। स्कूलों के लगने के समय तथा छुट्टी वाले समय ये टीमें विशेष रूप से उपस्थित रहती हैं। इन टीमों के सदस्यों द्वारा कालेजों व स्कूलों के पिं्रसीपलों के साथ भी तालमेल बढ़ाया गया है।
कमिश्रर अॢपत शुक्ला द्वारा हर 15 दिनों में वूमैन इम्पावरमैंट प्रोजैक्ट की समीक्षा की जा रही है तथा महिलाओं लड़कियों की सुरक्षा के लिए विशेष नए दिशा निर्देश जारी होते हैं। कमिश्रर ने यह भी कहा है कि महिलाओं के अंदर कानून व्यवस्था को लेकर भरोसा पैदा होना चाहिए। इसके लिए शाम के समय भीड़भाड़ वाले बाजारों में भी महिला पुलिस कर्मचारियों की तैनाती की जा रही है ताकि बाजारों में छेडख़ानी की घटनाओं को रोका जा सके।
ए.सी.पी. मुख्यालय दीपिका सिंह ने कहा कि औसत: एक दिन में महिलाओं से ज्यादती से संबंधित 8 से 10 शिकायतें पुलिस को प्राप्त होती है,ं जिनकी गहराई से जांच करने के बाद पुलिस द्वारा उचित कार्रवाई की जाती है। उन्होने बताया कि पुलिस कमिश्रर ने शहर में लड़कियों व महिलाओं में जागृति लाने के लिए शिक्षा संस्थाओं के साथ मिलकर सैमीनार करवाने के निर्देश दिए हैं। लड़कियों से यह भी कहा जा रहा है कि अगर वह छेडख़ानी की घटना के बाद अपनी पहचान छिपाना चाहती हैं तो वे ऐसा भी कर सकती हैं। पुलिस उनकी पहचान गुप्त रखेगी, परन्तु लड़कियों को आत्मरक्षा के लिए आगे आना होगा।
अगर लड़कियां हिम्मत करेंगी तो उनमें आत्मविश्वास पैदा होगा तथा यह उनके भावी जीवन में सहायक होगा। कमिश्रर ने यह भी निर्देश दिए हैं कि महिला पुलिस को पूरे शहर में इस तरह से तैनात किया जाए ताकि उनके अधीन सभी क्षेत्र आ सके। कमिश्ररेट पुलिस ने आटो-रिक्शा के पीछे भी 1091 हैल्पलाइन नम्बर के बोर्ड लगाने शुरू कर दिए हैं। रात को लड़कियां आटोज में छुट्टी के समय जाती हैं, अगर रात्रिकालीन यात्रा के समय उन्हें असुरक्षा महसूस हो तो वे तुरन्त अपने मोबाइल से 1091 पर कॉल कर सकती हैं।