Edited By Updated: 01 Jul, 2016 11:16 AM
जालंधरः चुनाव से पहले पंजाब की राजनीति दिलचस्प बनती जा रही है। हर रोज राजनीति में एक नया मोड़ नजर आ रहा है। विपक्षी दल लगातार सत्तापक्ष को विभिन्न मुद्दों पर घेरनेे की कोशिश कर रहे हैं लेकिन शासक आज भी दावे से कह रहे हैं कि 2017 में पंजाब की सत्ता उनके ही हाथों में होगी।
वहीं तीसरे पक्ष के तौर पर उभरी आम आदमी पार्टी भी कांग्रेस व अकाली दल की कमियां गिनाते हुए सत्ता हासिल करने के सपने देख रही है। अब तक तो यह मुकाबला त्रिपक्षीय लग रहा है लेकिन राजनीतिक पंडितों में ये भी कयास लगाए जा रहे हैं कि 2017 में गठबंधन टूट सकता है और चौथे गुट के तौर पर भाजपा भी अलग से चुनाव लड़ सकती है लेकिन इन सारे सवालों व कयासों को पंजाब के उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल किस तरह देखते हैं और चुनावों में अकाली दल की क्या-क्या तैयारी है, इस विषय में पंजाब केसरी स्टूडियो पहुंचे उप मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल ने अपना पक्ष पेश किया । उनसे हुई बातचीत के कुछ अंश:
2017 चुनावों को लेकर सभी राजनीतिक दल सरगर्म हैं। ऐसे में अकाली दल की क्या तैयारी है के जवाब में उन्होंने कहा कि शिरोमणि अकाली दल एक ऐसी पार्टी है जो हमेशा तैयारी में रहती है जो लोगों में रह कर उनकी समस्याओं का हल करती है। हमारा मुद्दा सिर्फ और सिर्फ विकास है।
विकास के मुद्दे पर उन्होंने कहा पिछले 9 सालों में हमारी सरकार ने जनता की हर मुश्किल का हल करने की कोशिश की जिसके नतीजों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। उदाहरण के तौर पर बिजली की ही बात करें। हमारी सरकार बनने के पहले ऐसा वक्त भी था जब गांवों व शहरों में बिजली के लम्बे-लम्बे कट लगते थे लेकिन आज गांवों में भी 24 घंटे बिजली रहती है। किसानों के लिए नई स्कीमें, शिक्षा का विकास और गांवों के विकास के अलावा लोगों की सेहत संबंधी भी हमारी सरकार ने कई तरह की फायदेमंद स्कीमें शुरू की हैं।
जब उनसे पुछा गया कि भाजपा नवजोत सिंह सिद्धू को तवज्जो दे रही है और 2017 में वह अलग चुनाव लडऩे की तैयारी कर रही है, इस बारे में उन्होंने कहा भाजपा से अलग होने की कोई बात नहीं है, नवजोत सिंह सिद्धू भाजपा का लीडर है, लेकिन मैं यहां बताना चाहूंगा कि भाजपा किसे आगे लेकर आती है या किसे प्रधान बनाती है, इस बात से हमें कोई फर्क नहीं पड़ता क्योंकि हमारा रिश्ता किसी व्यक्ति विशेष से नहीं बल्कि भाजपा से है।
पंजाब में गत दिनों घटित घटनाअों पर सुखबीर ने कहा कि पंजाब की कानून व्यवस्था दूसरे प्रांतों से बेहतर है। सुरक्षा की नजर से पंजाब देश में तीसरे नम्बर का प्रांत है इसलिए मेरे मुताबिक यह सिर्फ बदनाम करने की साजिश है। रही बात गत दिनों हुई घटनाओं की तो हमने सभी दोषियों को गिरफ्तार कर लिया है।
पंजाब में सबसे बड़ा मुद्दा है जिस पर राजनीति काफी गर्माई हुई है। विरोधी पक्ष दलों का कहना है कि इसके लिए सरकार जिम्मेदार है पर उनका कहना था कि नशों के मुद्दे पर शूरवीरों की कौम पंजाबियों को बदनाम किया जा रहा है। इसकी शुरूआत कांग्रेस पार्टी के उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने की थी। गांधी परिवार की हमारी कौम से दिल से दुश्मनी है। राहुल के बयान के बाद राष्ट्रीय मीडिया ने पंजाब को बदनाम कर दिया और अब आम आदमी पार्टी वाले पंजाब की बदनामी कर रहे हैं। विपक्षी दलों का असली मकसद अकाली दल और बादल परिवार को बदनाम करना था लेकिन हमें बदनाम करने की बजाय उन्होंने पूरे पंजाब की कौम को बदनाम कर दिया।
पंजाब में किसी तरह का नशा पैदा नहीं होता। नशा पाकिस्तान और अफगानिस्तान से आता है जिसे रोकने की सबसे बड़ी जिम्मेदारी केंद्र सरकार की बनती है क्योंकि बॉर्डर का पूरा नियंत्रण केंद्र के हाथ में है। नशा सीमा पार करके पंजाब में आता है जिसे पंजाब पुलिस काबू कर लेती है और लोग उलटा यह सोचते हैं कि पंजाब में इतना नशा कहां से आया। लोगों को यह समझना चाहिए कि पंजाब पुलिस केंद्र की नाकामी कारण पंजाब में आए नशे को खत्म कर रही है। लोगों या विपक्षी दलों का भ्रम दूर करने के लिए हमने पंजाब पुलिस की नई शुरू हो रही भर्ती से पहले डोप टैस्ट जरूरी कर दिया है। 7,000 पुलिस पोस्टों के लिए करीब साढ़े 6 लाख नौजवानों ने अर्जियां दाखिल की हैं। हम सभी नौजवानों का डोप टैस्ट कराएंगे और उसके नतीजे अपने आप ही बदनाम करने वालों की बोलती बंद कर देंगे।
2017 के चुनावों में सोशल मीडिया की अहमियत पर उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया का बहुत बड़ा रोल है। आजकल हर व्यक्ति के पास मोबाइल फोन है जो हर समय इंटरनैट से जुड़ा हुआ है। सोशल मीडिया के कुछ नुक्सान भी हैं क्योंकि इसके द्वारा कई बार एक व्यक्ति दूसरे को बदनाम कर रहा होता है जो पलों में ही वायरल हो जाता है। सोशल मीडिया पर झूठ बोलने और बदनामी करने में अहम भूमिका आम आदमी पार्टी निभा रही है जिन्होंने पक्के तौर पर अपने लोग बिठाए हुए हैं जो चौबीसों घंटे पंजाब सरकार के खिलाफ झूठा प्रचार कर रहे हैं। मैं लोगों से निवेदन करूंगा कि सोशल मीडिया पर फैलाए जा रहे दुष्प्रचार से बच कर रहें।
ऑटोक्रेटिक हैं केजरीवाल
‘आप’ वाले हमेशा ड्रामा करते हैं जो कहते कुछ हैं और करते कुछ हैं। केजरीवाल जो खुद को लोकतांत्रिक बताते हैं, दरअसल वह ऑटोक्रेटिक (तानाशाह) हैं। इन्होंने नाम तो रख लिया आम आदमी पार्टी लेकिन उसमें शामिल लोगों की सोच आम आदमी वाली नहीं है। वे पंजाब में कुछ और बयान देते हैं और दिल्ली जाकर उस बयान से बदल जाते हैं। गत दिनों उन्होंने कहा कि पंजाब का पानी पंजाब में रहना चाहिए पर दिल्ली जाकर कहने लगे कि दिल्ली को पंजाब का पानी मिलना चाहिए। एस.वाई.एल. पर दोहरे मापदंड उसकी असलियत बयान करते हैं।
प्रशांत किशोर की हमें जरूरत नहीं
सोशल मीडिया पर अकाली दल को लेकर सकारात्मक माहौल बारे सुखबीर बादल ने कहा कि अकाली दल को किसी ‘प्रशांत किशोर’ की जरूरत नहीं है। हम लोगों की भावनाओं को समझते हैं और यही हमारी कामयाबी है। जिन लोगों ने प्रशांत किशोर को हायर किया है, इस बार उनकी जमानतें जब्त हो जाएंगी, यह मेरा दावा है।