Edited By Urmila,Updated: 22 Apr, 2023 11:39 AM
इस अवैध केन्द्र को परविन्द्र सिंह बसरा उर्फ अमन बसरा निवासी फगवाड़ा तथा विशाल शर्मा निवासी तलवंडी चौधरियां चला रहे थे।
जालंधर: थाना मकसूदां और सी.आई.ए. देहाती की संयुक्त टीम ने गांव गाजीपुर में अवैध ढंग से चल रहे नशा छुड़ाओ केन्द्र पर छापेमारी कर बंधक नौजवानों को छुड़वाया तथा वहां से नशीली गोलियां तथा नशीले टीके बरामद किए गए। देहात के एस.एस.पी. मुखविन्द्र सिंह भुल्लर ने बताया कि अवैध ढंग से चल रहे नशा छुड़ाओ केन्द्र के खिलाफ आज मुहिम चलाई गई। इस कार्रवाई में थाना मकसूदां के एस.एच.ओ. सुखपाल सिंह तथा सी.आई.ए. देहाती के इंचार्ज सिकन्दर सिंह ने पुलिसकर्मियों व देहात के डी.एस.पी. इन्वैस्टिगेशन तथा सिविल अस्पताल जालंधर की टीम तथा ड्रग अफसर के साथ नशा छुड़ाओ केन्द्र पर छापामारी करते हुए 57 बंधक बनाए नौजवानों को छुड़वाया। इस अवैध केन्द्र को परविन्द्र सिंह बसरा उर्फ अमन बसरा निवासी फगवाड़ा तथा विशाल शर्मा निवासी तलवंडी चौधरियां चला रहे थे।
छापेमारी के दौरान केन्द्र में कोई भी खिड़की तथा हवा के आने-जाने का कोई साधन नहीं था। इस आप्रेशन में 57 बंधक नौजवानों को छुड़ाकर एम्बुलैंस से सिविल अस्पताल में भिजवाया गया। एस.एस.पी. मुखविन्द्र सिंह भुल्लर ने बताया कि अवैध नशा छुड़ाओ केन्द्र में पुलिस तथा ड्रग टीम द्वारा छापा मार कर तलाशी ली गई। इस दौरान वहां से 86 नशीली गोलियां, 2 नशे के टीके तथा अन्य सामग्री बरामद हुई।
पुलिस ने थाना मकसूदां में आरोपियों के खिलाफ एन.डी.पी.सी. एक्ट के तहत मामला कर लिया है तथा नशा छुड़ाओ केन्द्र को चलाने वाले आरोपियों की धरपकड़ के लिए छापेमारी शुरू कर दी है। लोगों का कहना है कि कुछ समय पहले इस अवैध नशा छुड़ाओ केन्द्र की बाहरी दीवार पर पुनर आवास नामक केन्द्र का बोर्ड लगा हुआ था, लेकिन बाद में इसे हटा दिया।
नशा छुड़वाने के नाम पर वसूली जाती थी मोटी रकम, जिंदगियों से होता था खिलवाड़
गांव गाजीपुर में स्थित अवैध नशा छुड़ाओ केन्द्र में प्रत्येक व्यक्ति से नशा छुड़वाने के नाम पर 15 से 20 हजार रुपए प्रतिमाह लेते थे। अवैध नशा छुड़ाओ केन्द्र चलाने वाले व्यक्ति लगातार लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ कर रहे थे। अगर पुलिस समय पर कार्रवाई न करती तो कई नौजवानों की जान जा सकती थी। सूत्रों की मानें तो पुलिस प्रशासन यह पता लगाने में लगी है कि यह अवैध धंधा किसकी शह पर चल रहा था?
कई पुलिसकर्मी भी करवा चुके हैं यहां इलाज!
सूत्रों की मानें तो गांव गाजीपुर में स्थित उक्त अवैध नशा छुड़ाओ केन्द्र में जहां नशे को दवाई देकर छुड़वाया जाता था। काफी समय पहले पुलिस को सूचना दी गई थी कि यह नशा छुड़ाओ केन्द्र कथित रूप से चल रहा है लेकिन पुलिस ने इसके ऊपर कोई कार्रवाई नहीं की। इस नशा छुड़ाओ केन्द्र में कई पुलिसकर्मी भी अपना इलाज करवा चुके हैं। सोचने की बात तो यह है कि पुलिस को तब पता नहीं चला कि उनका स्टाफ इस अवैध नशा छुड़ाओ केन्द्र से इलाज करवा रहा है।
पिछली पंचायत ने अवैध केंद्र की शिकायतें की थीं
सूत्रों के अनुसार इस अवैध नशा छुड़ाओ केन्द्र की शिकायतें काफी समय पहले गांव गाजीपुर की पिछली पंचायत ने सिविल सर्जन तथा अन्य विभागों को की थीं लेकिन काफी समय तक यह अवैध धंधा करने वालों को कोई कार्रवाई नहीं हुई थी।
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