Edited By Punjab Kesari,Updated: 24 Feb, 2018 08:55 AM
आर्थिक तंगी से जूझ रहे जालंधर नगर निगम को अपने कर्मचारियों को वेतन तक देना मुश्किल होता जा रहा है। फरवरी के 22 दिन बीत जाने के बाद जनवरी महीने का वेतन न मिलने से खफा निगम कर्मचारियों ने सोमवार को निगम में ताला लगाने तथा पूर्ण हड़ताल करने की धमकी दी...
जालन्धर(खुराना): आर्थिक तंगी से जूझ रहे जालंधर नगर निगम को अपने कर्मचारियों को वेतन तक देना मुश्किल होता जा रहा है। फरवरी के 22 दिन बीत जाने के बाद जनवरी महीने का वेतन न मिलने से खफा निगम कर्मचारियों ने सोमवार को निगम में ताला लगाने तथा पूर्ण हड़ताल करने की धमकी दी है। हड़ताल का आह्वान सफाई मजदूर फैडरेशन के प्रधान चंदन ग्रेवाल ने किया है जिसमें मिनिस्ट्रियल स्टाफ यूनियन तथा निगम की कई अन्य यूनियनें शामिल हैं। यूनियन नेताओं ने बताया कि जब तक उन्हें वेतन नहीं मिल जाता तब तक अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रहेगी और निगम में कोई कामकाज नहीं होगा। गौरतलब है कि निगम अपने कर्मचारियों को हर महीने करीब 15 करोड़ रुपए का वेतन देता है। पिछले कुछ दिनों से वेतन न मिलने के कारण निगम कर्मचारी गुस्से में हैं तथा आंशिक हड़ताल तक कर चुके हैं। सोमवार को पूर्ण हड़ताल की घोषणा से घबराकर निगम प्रशासन ने आज स्टाफ सैलरी के रूप में 2 करोड़ रुपए जारी किए। दूसरी ओर यूनियन नेताओं ने कहा कि जब तक पूरा वेतन नहीं दिया जाता तब तक हड़ताल का आह्वान वापस नहीं लिया जाएगा।
कांग्रेसी विधायकों विरुद्ध हाईकोर्ट जाएंगे निगम कर्मी
एस.सी. एक्ट तथा डी.जी.पी. को भी लगाई जाएगी शिकायत निगम यूनियन के नेता चंदन ग्रेवाल ने बताया कि वेतन की मांग कर रहे निगम कर्मचारियों में से विक्की सहोता तथा बलविंद्र थापर के साथ दुव्र्यवहार करने वाले विधायक बावा हैनरी, परगट सिंह व राजिंद्र बेरी के खिलाफ पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका दायर की जाएगी। उन्होंने दलित कर्मचारियों प्रति अत्यंत असंसदीय व असभ्य भाषा का इस्तेमाल किया है जिसके लिए एस.सी. एक्ट के तहत भी मुकद्दमा दर्ज करवाया जाएगा व डी.जी.पी. को शिकायत की जाएगी। उन्होंने कहा कि परगट सिंह व बावा हैनरी पढ़े-लिखे नेता हैं। जैसी भाषा का इन्होंने प्रयोग किया है वैसी तो कोई किसी भिखारी के साथ भी नहीं बोलता। विधायक परगट सिंह पर बरसते हुए चंदन ग्रेवाल ने कहा कि उन्होंने राजनीति को अपना धंधा बना रखा है। जो कांग्रेसी विधायक आज वाल्मीकि समुदाय को बुरा-भला कह रहे हैं, उन्हें याद रखना चाहिए कि अकाली-भाजपा सरकार के समय जब हड़ताल हुई थी तब यही नेता वाल्मीकि समाज के साथ खड़े होकर दरियों पर बैठे थे। इन विधायकों की कांग्रेस हाईकमान से भी शिकायत की जाएगी तथा टिकट अलॉटमैंट के आधार बारे पता लगाया जाएगा।
वाल्मीकि समुदाय ने बावा हैनरी का पुतला जलाया
वाल्मीकि समुदाय से संबंधित निगम कर्मचारियों के साथ दुव्र्यवहार करने के मामले को लेकर वाल्मीकि समुदाय ने आज नॉर्थ क्षेत्र से विधायक बावा हैनरी का पुतला जलाया और उनके विरुद्ध जमकर नारेबाजी की। वाल्मीकि नेताओं ने जी.टी. रोड पर रोष मार्च निकाल कर अपना गुस्सा प्रदॢशत किया तथा कांग्रेस सरकार को दलित विरोधी करार दिया। इन नेताओं ने कहा कि विधायक बावा हैनरी ने अहंकार में आकर वाल्मीकि समुदाय का अपमान किया है।