Edited By Punjab Kesari,Updated: 20 Jan, 2018 08:59 AM
पाकिस्तान की तरफ से सीजफायर उल्लंघन कोई नई बात नहीं है। कई बार तो दिन में कई-कई बार इसका उल्लंघन किया जाता है। बीते दिनों पाक सेना जनरल प्रमुख कमर जावेद बाजवा ने एल.ओ.सी. का दौरा किया था। उसके बाद से पाक सेना द्वारा भारतीय चौकियों पर मोर्टार दागने...
जालंधर(सोमनाथ कैंथ, राकेश बहल): पाकिस्तान की तरफ से सीजफायर उल्लंघन कोई नई बात नहीं है। कई बार तो दिन में कई-कई बार इसका उल्लंघन किया जाता है। बीते दिनों पाक सेना जनरल प्रमुख कमर जावेद बाजवा ने एल.ओ.सी. का दौरा किया था। उसके बाद से पाक सेना द्वारा भारतीय चौकियों पर मोर्टार दागने के साथ-साथ आम नागरिकों को भी निशाना बनाया जा रहा है। इस गोलाबारी के 2 दिन में 3 जवान शहीद जबकि 2 नागरिकों की मौत हो चुकी है। सीजफायर उल्लंघन करने की आड़ में पाक भार आंतकियों की घुसपैठ करवा रहा है।
इसके अलावा दर्जनों नागरिक घायल हुए हैं, जिन्हें जम्मू और कश्मीर के अस्पतालों में इलाज के लिए भर्ती करवाया गया है। बीते 4 दिनों में बी.एस.एफ. द्वारा पाकिस्तान को गोलीबारी का मुंह तोड़ जवाब दिया जा रहा है,जिसमें कई घुसपैठियों को मार गिराया गया है। वीरवार सुबह पाकिस्तानी आर्मी ने आर.एस. पुरा और अरनिया सैक्टर में इंटरनैशनल बॉर्डर के पास सेना की अग्रिम चौकियों और गांवों को निशाना बनाकर गोलीबारी की थी। इसमें बी.एस.एफ . का एक जवान शहीद हो गया और एक अन्य जवान घायल हो गया था। शहीद हुए जवान की पहचान हैड कांस्टेबल ए. सुरेश के तौर पर हुई थी। सुरेश तमिलनाडु में धर्मापुरी जिले के बांद्रा चेट्टी पट्टी गांव का रहने वाला था।
स्कूलों में फंसे बच्चों को सुरक्षित निकाला
शुक्रवार को पाक सेना द्वारा की गई गोलीबारी के दौरान नौशहरा सैक्टर के लाम, झंगड़ और भवानी के स्कूल में बच्चे फंस गए थे जिस कारण आम नागरिकों की ङ्क्षचता बढ़ गई थी लेकिन प्रशासन ने बी.एस.एफ. की मदद से बच्चों को स्कूलों से सुरक्षित निकाल लिया। इसी तरह आर.एस. पुरा में भी ऐसा ही सुनने को मिला था। आर.एस. पुरा सैक्टर और नौशहरा में लोकल एडमिनिस्ट्रेशन ने अलर्ट जारी कर दिया है। एहतियान सभी स्कूल बंद कर दिए गए हैं।
बॉर्डर पर हालात तनावपूर्ण: बी.एस.एफ .
बी.एस.एफ. के महानिदेशक के.के. शर्मा ने बताया कि जम्मू-कश्मीर में लाइन ऑफ कंट्रोल और इंटरनैशनल बॉर्डर पर स्थिति काफी तनावपूर्ण है। बी.एस.एफ. के जवान पाकिस्तान की ओर से की जा रही गोलीबारी का करारा जवाब दे रहे हैं।
जम्मू-कश्मीर में इन सैक्टरों में गोलीबारी जारी
2 दिन से पाक सेना द्वारा जम्मू-कश्मीर में 30 से ज्यादा चौकियों पर मोर्टार दागे जा रहे हैं। पाक सेना कठुआ सैक्टर, हीरानगर, रामगढ़ सांबा सैक्टर, अरनिया, आर.एस. पुरा, पुंछ और नौशहरा तथा परगवाल सैक्टर में भारतीय चौकियों को निशाना बना रही है जिसका बी.एस.एफ. द्वारा साहस के साथ जवाब दिया जा रहा है। पिछले दिनों भारत की ओर से की गई कार्रवाई में पाकिस्तान को बहुत भारी नुक्सान हुआ है। इंडियन आर्मी ने पाकिस्तान की 2 चौकियों को तबाह कर दिया।
साल में 2-3 बार होना पड़ता विस्थापित
आतंकवाद प्रभावित लोगों के लिए राशन सामग्री लेकर जाते जे.बी. सिंह ने बताया कि सीमावर्ती 10 किलोमीटर एरिया में रहने वाले लोगों को पाक सेना की गोलीबारी के कारण अक्सर अपने घर-बार छोड़ कर पीछे आना पड़ता है। लोगों का दर्द है कि उन्हें साल में 2-3 बार तो विस्थापितों की जिंदगी जीने पर मजबूर होना पड़ता है। जब-जब पाक सेना द्वारा गांवों को निशाना बनाकर गोले दागे जाते हैं उन्हें बी.एस.एफ. के आदेश पर गांवों के गांव खाली कर सीमा से दूर सुरक्षित स्थानों पर जाना पड़ता है।
कोई सरकार नहीं सुनती विस्थापितों का दर्द
जे.बी. सिंह ने बताया कि वह 19 साल से सीमा पर राशन लेकर जाते हैं। जब वह वितरण के लिए राशन लेकर जाते हैं तो कई-कई किलोमीटर दूर से पैदल लोग राशन लेने आते हैं। अपना दर्द सुनाते हुए लोगों का कहना होता है कि विस्थापितों का जीवन जीने वालों की पीड़ा कोई सरकार नहीं सुनती है। उन लोगों का कहना होता है कि सीमा पर छोटी-मोटी गोलीबारी तो रोज की बात है।
नागरिकों को निशाना बनाकर किया जाता है हमला
सीमा पर पीड़ित लोगों की पीड़ा सुनाते हुए जे.बी. सिंह का कहना है कि पाक सेना जानबूझ कर सीमा पर नागरिकों को निशाना बनाकर मोर्टार दागती है। यह कार्रवाई सेना के जवानों को उकसाने के लिए की जाती है। सीमा पर गोलीबारी होने के चलते पिछले दिनों सरकार ने नागरिकों के लिए बंकर बनाकर देने की बात कही थी। जब जे.बी. सिंह से इन बंकरों संबंधी बात की गई तो उन्होंने बताया कि सेना के बंकरों का रख-रखाव तक भी सही नहीं है।
2 साल में 363 आतंकवादी ढेर
जम्मू-कश्मीर में पिछले 2 वर्षों में अलग-अलग घटनाओं में 363 आतंकवादी और 71 नागरिकों की मौत हुई। विधायक सतपाल शर्मा के एक लिखित सवाल के जवाब में गृह मामलों की प्रभारी और सी.एम. महबूबा मुफ्ती ने शुक्रवार को विधानसभा में यह जानकारी दी।