Edited By Urmila,Updated: 20 Mar, 2024 11:14 AM
टीम ने वहां से 19 लोगों को आजाद करवाकर सिविल अस्पताल में दाखिल करवाया है। डा. रमन गुप्ता ने बताया कि पूरे मामले की रिपोर्ट डी.सी. को भेजी जाएगी।
जालंधर : महानगर में बिना मंजूरी के चल रहे नशा छुड़ाओ केंद्र बारे पंजाब केसरी में खबर प्रकाशित होने के बाद थाना लांबड़ा के एस.एच.ओ. बलवीर सिंह के नेतृत्व में पुलिस तथा सेहत विभाग की टीम जिसमें सीनियर मेडिकल अफसर करतारपुर डा. रमन गुप्ता, ड्रग इंस्पैक्टर अनूपा कालिया, डा. अभयराज सिंह, तहसीलदार आदि ने लांबड़ा के गांव चिट्टी में अवैध तरीके से चल रहे नशा छुड़ाओ केंद्र पर छापेमारी की। यहां गलत तरीके से नशा करने वाले लोगों को नियमों के विपरीत रखा गया था।
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टीम ने वहां से 19 लोगों को आजाद करवाकर सिविल अस्पताल में दाखिल करवाया है। डा. रमन गुप्ता ने बताया कि पूरे मामले की रिपोर्ट डी.सी. को भेजी जाएगी, ताकि उक्त केंद्र के खिलाफ बनती कार्रवाई हो सके। केंद्र के पास कोई मंजूरी भी नहीं थी और पता चला है कि काफी समय से इस सैंटर में गलत तरीके से नशा करने वाले लोगों को दाखिल कर उनका उपचार किया जा रहा था।
पीड़ित बोले : डंडों से पीटते और भूखे भी रखते थे केंद्र के संचालक
सिविल अस्पताल जैसे ही पुलिस 108 एम्बुलैसों में डालकर 19 लोगों को उपचार के लिए लेकर आई तो उनका कहना था कि केंद्र में उन्हें डंडों से पीटते थे। यही नहीं उन्हें खाना भी नहीं दिया जाता था, लेकिन प्रति व्यक्ति के हिसाब से उनसे 20 हजार की मांग की जाती। इसके बाद 15 हजार तक भी पैसे कम करने के नाम पर उनके परिजनों से वसूले जाते थे।
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