Edited By Anjna,Updated: 26 Jun, 2018 09:13 AM
वक्फ बोर्ड का स्टाफ जब पुलिस कमिश्नर व डी.सी. जालंधर को वक्फ बोर्ड की जमीन को बचाने का आवेदन देकर लौट रहा था तो अचानक देखा कि नकोदर चौक वाली जगह पर निर्माण के लिए ईंटें, बजरी, रेता, सीमैंट एकत्रित किया गया था तथा वहां 1-2 कमरे भी मजदूरों के रहने के...
जालंधर (अली): वक्फ बोर्ड का स्टाफ जब पुलिस कमिश्नर व डी.सी. जालंधर को वक्फ बोर्ड की जमीन को बचाने का आवेदन देकर लौट रहा था तो अचानक देखा कि नकोदर चौक वाली जगह पर निर्माण के लिए ईंटें, बजरी, रेता, सीमैंट एकत्रित किया गया था तथा वहां 1-2 कमरे भी मजदूरों के रहने के लिए बना लिए गए थे।
घटना को देखते हुए पंजाब वक्फ बोर्ड के एस्टेट अधिकारी अली हसन ने तुरंत थाना नंबर 4 को सूचना दी जिस पर एस.एच.ओ. सुखदेव सिंह ने अपने पुलिस स्टाफ के साथ मौके पर पहुंच कर अवैध निर्माण को रुकवाया और सभी मजदूरों को थाने ले आए। उन्होंने पूछताछ के लिए दूसरे पक्ष के पवन कुमार को भी बुला लिया तथा कागजात की जांच पूरी होने तक आदेश का पालन करने की बात कही। इस मामले में बोर्ड के सदस्य कलीम आजाद ने कहा कि वे उक्त भूमि पर अवैध कब्जा रोकने के लिए पुलिस कमिश्नर को मिले थे जिन्होंने डी.एस.पी. की ड्यूटी लगाई है कि वह सारी जानकारी प्राप्त कर मामले की जांच करें।
इस घटना की जानकारी बोर्ड अध्यक्ष जुनैद रजा खां व सी.ई.ओ. लतीफ अहमद थिंद को दे दी गई है। दूसरे पक्ष के पवन कुमार से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि कोई निर्माण कार्य नहीं चल रहा था बल्कि काम रुक जाने के बाद मजदूरों के रहने के लिए पास में ही किसी और की जमीन पर अस्थायी मकान बना रहे थे जिसे लेकर हंगामा खड़ा किया गया।