Edited By Updated: 26 Jul, 2016 11:29 AM
आस्ट्रेलिया जाने वालों के लिए एक अच्छी खबर है। जी हां, अब आस्ट्रेलिया में रहने वाले भारतीयों के अभिभावकों को उनसे मिलने के लिए अब परेशान नहीं होना पड़ेगा
नई दिल्लीः आस्ट्रेलिया जाने वालों के लिए एक अच्छी खबर है। जी हां, अब आस्ट्रेलिया में रहने वाले भारतीयों के अभिभावकों को उनसे मिलने के लिए अब परेशान नहीं होना पड़ेगा और ना ही बार-बार वीजा के लिए आवेदन देना हाेगा। एेसा इसलिए कि आस्ट्रेलिया की उच्चायुक्त भारतीय मूल की हरिंदर सिद्धू ने जानकारी दी है कि वे भारतीयों के लिए 3 साल का मल्टीपल एंट्री वीजा सिस्टम शुरू करने जा रहे हैं।
पहले से कहीं अधिक सुरक्षित आस्ट्रेलिया
एक प्रेसवार्ता में उन्हाेंने कहा कि भारतीय अभिभावकों को आस्ट्रेलिया में रह रहे अपने बच्चों के साथ समय बिताने के लिए बार-बार वीजा के लिए आवेदन करना पड़ता था, लेकिन अब उनकी यह समस्याएं खत्म हो जाएंगी। साथ ही सिद्धू ने यह भी कहा कि उनका देश भारतीय छात्रों के लिए पहले से कहीं अधिक सुरक्षित बन गया है क्योंकि आस्ट्रेलिया की सरकार ने इस सिलसिले में कई कदम उठाए हैं और अब हालत यह है कि भारत से आस्ट्रेलिया में शिक्षा प्राप्त करने हेतु छात्र यह कहते हैं कि वह खुद को भारत के मुकाबले आस्ट्रेलिया में अधिक सुरक्षित महसूस करते हैं।
अब नहीं करना पड़ता हिंसा का सामना
उन्होंने कहा कि वर्ष 2007-08 में आस्ट्रेलिया के कई शहरों में कुछ ऐसी हिंसक घटनाएं हुईं जिनसे भारत से आए छात्रों में असुरक्षा की भावना बढ़ गई। इन घटनाओं ने आस्ट्रेलिया की सरकार को इस समस्या का पूरी गंभीरता से अध्ययन करने पर मजबूर कर दिया जिसके चलते अब छात्रों के लिए कुछ ऐसा सिस्टम बना दिया गया है कि उन्हें हिंसक घटनाओं का सामना नहीं करना पड़ता।
60,000 छात्र अाने की उम्मीद
उन्होंने कहा कि भारत से आने वाले छात्रों के लिए अब एयरपोर्टों पर ही कांऊसर तैनात कर दिए गए हैं जो उन्हें स्थानीय रीति रिवाजों की जानकारी के अलावा यह भी सलाह देते हैं कि उन्हें कहां रहना चाहिए और बसों इत्यादि से देर रात में सफर करने से बचना चाहिए। सुरक्षा भावना पुन: बहाल होने के पश्चात आस्ट्रेलिया में भारत से आने वाले छात्रों की गिनती में लगातार वृद्धि हो रही है। 2014 में 46,000 भारतीय छात्र आए। यह संख्या 2015 में बढ़कर 53,000 हो गई। इस वर्ष यह आंकड़ा 60,000 पार कर जाने की आशा है। गत 10 वर्षों में आस्ट्रेलिया में भारतीयों की संख्या तीन गुना बढ़ी है।