Edited By Updated: 19 Aug, 2016 02:08 PM
साल 2011 में भारत-पाकिस्तान सीमा पर बहते रावी दरिया तथा जम्मू-कश्मीर से आकर रावी दरिया मे मिलने वाले उज्ज दरिया सहित कुछ अन्य नालों से हो रहे भूमि कटाव को रोकने के लिए बाढ़ सुरक्षा प्रबंधों के अंतर्गत केन्द्र सरकार ने दिसम्बर 2011
गुरदासपुर (विनोद): साल 2011 में भारत-पाकिस्तान सीमा पर बहते रावी दरिया तथा जम्मू-कश्मीर से आकर रावी दरिया मे मिलने वाले उज्ज दरिया सहित कुछ अन्य नालों से हो रहे भूमि कटाव को रोकने के लिए बाढ़ सुरक्षा प्रबंधों के अंतर्गत केन्द्र सरकार ने दिसम्बर 2011 में 161 करोड़ रुपए मंजूर किए थे, अब इन प्रोजैक्ट्स की लागत बढ़ कर लगभग 200 करोड़ रुपए हो गई है। दूसरी ओर साल 2014 में गुरदासपुर के भाजपा सांसद विनोद खन्ना ने इन बाढ़ सुरक्षा प्रबंधों के लिए केन्द्र सरकार से राशि तुरंत मंजूर करवाने का वायदा लोगों से किया था जो आज तक पूरा नहीं हुआ।
जानकारी के अनुसार भारत-पाक सीमा पर बहते रावी दरिया सहित जम्मू-कश्मीर से आकर रावी दरिया में मिलने वाला उज्ज दरिया गुरदासपुर लोकसभा हलके में स्थिति को खतरनाक बना देता है। इस से लोकसभा हलके के लगभग 68 गांवों की लगभग 18 हजार से अधिक आबादी सहित लगभग 66 हजार एकड़ उपजाऊ भूमि व सैनिक सुरक्षा ठिकाने हर साल प्रभावित होते हैं। इन सभी के बचाव के लिए केन्द्र सरकार की एक उच्च स्तरीय टीम ने इस इलाके का साल 2011 के अंत में दौरा कर कुछ स्थानों पर स्पर, स्टड सहित अन्य बाढ़ सुरक्षा प्रबंध बनाने के लिए सहमति दी थी।
इन सभी कार्यों के लिए केन्द्र सरकार ने फंड उपलब्ध करवाने थे। उच्च स्तरीय टीम की सिफारिशों के अनुसार दिसम्बर 2011 में इन सभी बाढ़ सुरक्षा प्रबंधों के लिए 161 करोड़ रुपए की राशि मंजूर की गई थी। इस राशि से रावी तथा उज्ज दरिया पर 16 नए स्पर, 131 नए स्टड, दरिया किनारे लगभग 1994 मीटर पत्थर लगाने के काम सहित पुराने बने बाढ़ सुरक्षा प्रबंधों की मुरम्मत का काम किया जाना था। इस संबंधी कई स्तर पर कार्रवाई करने के बावजूद यह राशि केन्द्र सरकार से न मिलने से इन बाढ़ सुरक्षा प्रबंधों पर काम शुरू नहीं किया जा सका था। इस कारण रावी दरिया किनारे बसे गांवों की उपजाऊ भूमि दरिया में बुर्द हो रही है।
इस संबंधी तब सांसद विनोद खन्ना ने भी घोषणा की थी कि वह केन्द्र सरकार के योजना बोर्ड से यह राशि जल्दी ही पंजाब सरकार को दिलवाएंगे। विनोद खन्ना ने जब पैसे दिलाने का वायदा किया था तब प्रोजैक्ट पर लागत 161 करोड़ रुपए थी जो अब 200 करोड़ से अधिक हो चुकी है।
वर्ष 2014 में विनोद खन्ना ने वायदा किया था कि अब तो जो नुक्सान होना था वह तो हो चुका है, जल्दी ही राशि जारी करवा आगामी बरसात से पहले सारे काम पूरे करवा दिए जाएंगे, परंतु हैरानी की बात यह है कि पंजाब में अकाली-भाजपा तथा केन्द्र में भाजपा की सरकार होने के बावजूद यह राशि आज तक जारी नहीं की गई है। विनोद खन्ना भी इस संबंधी अब चुप्पी धारण किए बैठे हैं।