Edited By Punjab Kesari,Updated: 13 Mar, 2018 11:45 AM
जब से मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने अवैध खनन समाप्त करने तथा गुंडा टैक्स वसूल करने वालों को नकेल डालने के आदेश जारी किए हैं उससे कस्बा श्री हरगोबिंदपुर के पास ब्यास दरिया में अवैध खनन करने वाले कहीं दिखाई नहीं देते।
गुरदासपुर (विनोद): जब से मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने अवैध खनन समाप्त करने तथा गुंडा टैक्स वसूल करने वालों को नकेल डालने के आदेश जारी किए हैं उससे कस्बा श्री हरगोबिंदपुर के पास ब्यास दरिया में अवैध खनन करने वाले कहीं दिखाई नहीं देते।
इन लोगों का लगा टैंट तथा डीजल के खाली ड्रम मौके पर पड़े दिखाई देते हैं। अधिकतर मशीनें भी यह लोग दरिया से निकाल कर ले गए हैं जबकि खराब कुछ सामान दरिया में ही पड़ा दिखाई देता है जो प्रमाणित करता है कि इस इलाके में अवैध खनन का कारोबार चलता था। गत लगभग 10 माह से श्री हरगोङ्क्षबदपुर के पास ब्यास दरिया में खनन का अवैध धंधा जोरों पर था। कुछ पुलिस कर्मचारी भी इस अवैध खनन करने वालों के पास आते-जाते देखे जाते थे।
पंजाब सरकार द्वारा अवैध खनन करने वालों पर रोक लगाने का असर अब गरीब लोगों पर पड़ता दिखाई दे रहा है। एक तो इस अवैध खनन के काम में लगे सैंकड़ों लोग बेरोजगार हो गए हैं। ये लोग अब दिहाड़ी लगाने के लिए दूर-दराज के इलाकों में जा रहे हैं। दूसरे अब खनन न होने से रेत का भाव प्रति 100 फुट 400 से 500 रुपए बढ़ गया है जिस कारण निर्माण कार्यों पर असर पड़ा है। लोग पहले ही रेत का बहुत अधिक रेट होने के कारण परेशान थे, परंतु अब जिस तरह से रेत की भारी कमी पाई जा रही है, उससे बढिय़ा क्वालिटी की रेत महंगी होनी स्वाभाविक है।
लोगों ने क्रशर से निकलने वाली जीरो साईज की रेत का प्रयोग करना शुरू कर दिया है। लोगों ने आरोप लगाया कि अकाली-भाजपा सरकार के समय में रेत 1400 से 1500 रुपए प्रति 100 फुट मिलती थी, तब कांग्रेस रेत महंगी है का शोर मचाती थी, परंतु कांग्रेस के शासन में यही रेत 2500 से 2700 रुपए प्रति 100 फुट बिक रही है।