Edited By swetha,Updated: 21 Nov, 2018 12:09 PM
फोरलेनिंग व फ्लाईओवर बनने के बाद से ही नगर का प्रवेश द्वार चक्की पुल चौराहा (गुरु रविदास चौक) रात्रि में अंधेरे में रहता है जबकि इस पुल पर चहुं ओर से हर समय भारी ट्रैफिक रहती थी जिससे हर समय हादसा घटित होने का खतरा बना रहता है। बेतरतीब ट्रैफिक व...
पठानकोट,(शारदा): फोरलेनिंग व फ्लाईओवर बनने के बाद से ही नगर का प्रवेश द्वार चक्की पुल चौराहा (गुरु रविदास चौक) रात्रि में अंधेरे में रहता है जबकि इस पुल पर चहुं ओर से हर समय भारी ट्रैफिक रहती थी जिससे हर समय हादसा घटित होने का खतरा बना रहता है। बेतरतीब ट्रैफिक व रात्रि को घना अंधेरा होने से कई हादसें भी घट चुके थे।
इस चौराहे पर लंबे समय से रोशनी का प्रबंध किए जाने की मांग उठती रही थी परन्तु लंबे समय से स्थिति यथावत बनी हुई थी।अंतत: सामाजिक संस्था हैल्पिंग हैंड फाऊंडेशन ने इस महत्वपूर्ण एवं भीड़-भाड़ वाले चौराहे को रोशनी से गुलजार करने का बीड़ा उठाया। एच.एच.एफ. के अथक प्रयासों के बाद नागरिक प्रशासन के सहयोग से अंतत: इस अंधेरे चौराहे को रोशनी मिली है।
उपरोक्त एन.जी.ओ. हैल्पिंग हैंड फाऊंडेशन के प्रयासों व नागरिक प्रशासन के सहयोग से इस चौराहे पर बड़ी एल.ई.डी. लगाकर इसे रोशनी से गुलजार कर दिया है। इस चौराहे पर अब सांझ ढलते ही एल.ई.डी. जल उठती है जिससे रात गहराने के साथ इसकी रोशनी और तेज होती जाती है तथा मध्य रात्रि तक रोशनी की चकाचौंध बनी रहती है।
जिससे ट्रैफिक की आवाजाई यहां सुगम हुई है वहीं रोशनी का पर्याप्त प्रबंध हो जाने के बाद अब हादसे घटने के आंकड़े में कमी आई है।वर्णनीय है कि एन.जी.ओ. हैङ्क्षल्पग हैंड फाऊंडेशन के चेयरमैन-कम-संस्थापक इंजी. राजेश भगत, प्रधान राजेन्द्र बाजवा तथा कैशियर संजीव मिन्हास के साथ अन्य सदस्यों ने इस चौराहे यहां पर जालंधर, डल्हौजी, जम्मू व अमृतसर की दिशा से ट्रैफिक आती थी, को गुलजार करने का बीड़ा उठाया था। वहीं इस समस्या को पंजाब केसरी ने प्रमुखता से प्रशासन के सम्मुख उठाया था।