Edited By Anjna,Updated: 15 Jun, 2018 08:27 AM
गांव नसीरपुर में एक रास्ते की निशानदेही को लेकर एक गुट ने जहरीली दवाई पी ली। निर्मलजीत कौर पत्नी बलविन्द्र सिंह निवासी गांव नसीरपुर ने अपने रिश्तेदारों की उपस्थिति में बताया कि उसका पति बलविन्द्र सिंह व भतीजा रंजीत सिंह पुत्र बलदेव सिंह खेतों में...
बटाला(बेरी): गांव नसीरपुर में एक रास्ते की निशानदेही को लेकर एक गुट ने जहरीली दवाई पी ली। निर्मलजीत कौर पत्नी बलविन्द्र सिंह निवासी गांव नसीरपुर ने अपने रिश्तेदारों की उपस्थिति में बताया कि उसका पति बलविन्द्र सिंह व भतीजा रंजीत सिंह पुत्र बलदेव सिंह खेतों में दवाई का छिड़काव करने गए थे। उन्होंने देखा कि खेतों में पहले से ही बग्गा सिंह पुत्र अजीत सिंह निवासी गांव नसीरपुर पुलिस को साथ लाकर निशानदेही करवा रहा था जिसे उसके पति व भतीजे ने रोकने की कोशिश की तो उस दौरान उसके पति व भतीजे ने दुखी होकर खुद जहरीली दवाई निगल ली या किसी ने उन्हें जहरीली दवाई पिला दी जिसके चलते उन्हें सिविल अस्पताल में उपचार हेतु भर्ती करवाया गया।
उधर दूसरी तरफ जब बग्गा से बात की गई तो उन्होंने बताया कि यह निशानदेही पिछली सॢदयों के महीने में शुरू हुई थी जिसकी मंजूरी जिलाधीश ने दी थी। सर्दी अधिक होने के चलते इसे रोक दिया गया था तथा अब जब गेहंू का सीजन खत्म हो गया है तो दोबारा 22 मई को निशानदेही शुरू हुई लेकिन तब संबंधित व्यक्तियों ने राजस्व विभाग के कर्मचारियों को निशानदेही नहीं करने दी थी। पुलिस ने राजस्व विभाग के कर्मचारियों के बयान के आधार पर सरकारी ड्यूटी में बाधा डालने का केस भी दर्ज किया था।
बग्गा सिंह ने कहा कि अब जिलाधीश ने ड्यूटी मैजिस्ट्रेट तहसीलदार अमरजीत सिंह श्री हरगोबिंदपुर, कानूननगो निशान सिंह, पटवारी गुरपाल सिंह की हाजिरी में निशानदेही करवाने के आदेश जारी किए थे, परन्तु अब पुलिस व ड्यूटी मैजिस्ट्रेट की हाजिरी में इन्होंने निशानदेही को रोकने हेतु जहरीली दवा पीने का ड्रामा रचा है। उन्होंने कहा कि उक्त व्यक्ति निशानदेही को होने से हर हाल में रोकना चाहते हैं।