Edited By Vatika,Updated: 21 Sep, 2018 01:49 PM
सरकार की तरफ से पहले वाला पंजाब लाने की बात की जा रही है, क्योंकि पहले बुजुर्ग घर की तंदरुस्त खुराकें खाकर लंबा जीवन व्यतीत करते थे, परंतु आज के समय में कोई ज्यादा उम्र नहीं भोगता परन्तु जीरा के गांव संतूवाला की निवासी बुजुर्ग औरत माता जागीर कौर...
जीरा (गुरमेल): सरकार की तरफ से पहले वाला पंजाब लाने की बात की जा रही है, क्योंकि पहले बुजुर्ग घर की तंदरुस्त खुराकें खाकर लंबा जीवन व्यतीत करते थे, परंतु आज के समय में कोई ज्यादा उम्र नहीं भोगता परन्तु जीरा के गांव संतूवाला की निवासी बुजुर्ग औरत माता जागीर कौर बीते दिनों इस संसार को अलविदा कह गई, उसकी उम्र करीब 121 साल थी।
इस संबंधी जानकारी देते हुए माता के सुपुत्र दर्शन सिंह, पाला सिंह, पोते जस्सी सिंह और गुरभेज सिंह ने बताया कि चाहे माता जी 121 साल की थीं, परन्तु फिर भी वह तंदरुस्त थीं और उनके दांत मजबूत होने के कारण वह खाना खाती थीं। इसके अलावा उन्हें नजर की ऐनक भी नहीं लगी थी और अपने शरीर की क्रिया आप सुधारती थीं।
उन्होंने यह भी बताया कि माता जागीर कौर अपने परिवार की फुलवाड़ी की 5 पीढिय़ों को देखकर स्वर्ग सिधार हैं। उनकी मृत देह का गांव संतूवाला में अंतिम संस्कार किया गया, जहां गांव वासियों और इलाका निवासियों में इस बात की चर्चा है कि जीरा हलके में कोई शायद ही इतनी लंबी उम्र का बुजुर्ग हो।