प्रदूषण में दिल्ली की बराबरी करने लगा फिरोजपुर

Edited By Vatika,Updated: 02 Dec, 2019 04:57 PM

पराली का मामला लगभग ठंडा पड़ गया है तो अब कहीं भी खेतों में पराली को लगी आग नजर नहीं आ रही। दीवाली के पटाखों की ओर से भी लोगों का ध्यान हट चुका है।

फिरोजपुर (भुल्लर, खुल्लर): पराली का मामला लगभग ठंडा पड़ गया है तो अब कहीं भी खेतों में पराली को लगी आग नजर नहीं आ रही। दीवाली के पटाखों की ओर से भी लोगों का ध्यान हट चुका है। इसके बावजूद हवा की गुणवत्ता बताने वाले मालवा क्षेत्र सहित फिरोजपुर के प्रदूषण को लगभग दिल्ली के बराबर ही दिखाया जा रहा है। गत दिन दिल्ली में प्रदूषण 186 अंक पर दर्ज किया गया। वहीं फिरोजपुर में प्रदूषण 160 दर्ज किया गया। 

हवा में मिलने वाले स्वास्थ्य के लिए घातक कणों को 2 दर्जों में देखा जाता है। पहला 10 पी.पी.एम. जो मानवीय बाल की मोटाई के 30वें हिस्से के बराबर होता है, दूसरा 2.5 ंपी.पी.एम. बताया जाता है। यह हवा में घुलनशील होते हैं जो स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक है। सूत्रों अनुसार ये सांस द्वारा हमारे खून में मिल जाते हैं जिससे भयानक बीमारियां पैदा होने का खतरा बनता है। 


दिल, चमड़ी व सांस के मरीजों के लिए साबित हो रहा घातक 
बताने योग्य है कि इस प्रदूषण के लिए जहां स्थानीय औद्योगिक इकाइयां, यातायात और ढुलाई के साधन जिम्मेदार हैं, वहीं रसोई गैस, चूल्हे और भट्ठियों में प्रयोग किया जाता ईंधन आदि भी इसमें विस्तार करते हैं। स्वास्थ्य से संबंधित सूत्र बताते हैं कि रात 2 बजे से प्रात: 8 बजे तक या सूरज की रोशनी होने तक हवा में जहरीली गैसें धरती के ज्यादा नजदीक होती हैं जो इस समय दौरान दिल, चमड़ी और सांस के मरीजों के लिए घातक साबित हो सकती हैं। इन हलातों में एहतियात के तौर पर सावधानियों में जो लोग पहले किसी बीमारी से पीड़ित हैं, उनको मेहनत वाला कार्य, कसरत आदि से परहेज रखना चाहिए।

Related Story

Trending Topics

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!