Edited By Updated: 25 Dec, 2015 09:23 AM
अबोहर में 12 दिसम्बर को डोडा फार्म हाऊस में 2 दलित युवकों के हाथ-पैर काटने के मामले में पीड़ित परिवारों ने पंजाब पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
चंडीगढ़/अबोहर(विवेक/भारद्वाज): अबोहर में 12 दिसम्बर को डोडा फार्म हाऊस में 2 दलित युवकों के हाथ-पैर काटने के मामले में पीड़ित परिवारों ने पंजाब पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
परिवार ने हाईकोर्ट को बताया कि घटना के अगले दिन मुख्य आरोपी शिव लाल डोडा पुलिस अधिकारियों के साथ समझौते के लिए दबाव बनाने उनके घर आया था। इसके बावजूद पुलिस ने उसे गिरफ्तार नहीं किया क्योंकि वह सत्तासीन पार्टी का हलका प्रमुख था। हाईकोर्ट ने सभी पक्षों को सुनने के बाद पंजाब पुलिस की 24 घंटे सुरक्षा मुहैया करवाने के आदेश के साथ याचिका का निपटारा करदिया।
उधर पंजाब सरकार ने पीड़ित परिवार को ही सवालों के घेरे में लाकर खड़ा कर दिया। गुरजंट सिंह के भाई के बारे में पंजाब सरकार ने कहा कि रणजीत सिंह ने सुरक्षा के लिए लिखित में मना किया था। आर्म्ज लाइसैंस के लिए आवेदन दिया था।
इसके अलावा भीम टांक के परिवार को उसी दिन सुरक्षा मुहैया करवा दी गई थी जिसे इस याचिका में छुपाया गया है। याची पक्ष ने पंजाब सरकार की इस दलील पर जवाब में कहा कि रणजीत सिंह को पंजाब पुलिस पर भरोसा नहीं है इसलिए उसने ऐसा किया था।
वहीं भीम के परिवार को दी सुरक्षा को नाकाफी बताते हुए याची पक्ष ने कहा कि सुरक्षा के नाम पर 2 कांस्टेबल उपलब्ध करवाए गए थे जो शाम को वापस चले जाते हैं। केंद्रीय बलों की सुरक्षा या किसी अन्य राज्य की पुलिस से सुरक्षा दी जाए। केंद्र सरकार के काऊंसिल ने कहा कि सी.आर.पी.एफ. में मैन पावर की कमी है, ऐसे में इस मामले में सुरक्षा मुहैया नहीं करवाई जा सकती।
हाईकोर्ट ने याचिका निपटाते हुए पंजाब सरकार को निर्देश दिए कि परिवारों को चौबीस घंटे सुरक्षा दी जाए। एक पुलिस अधिकारी और 5 जवान तैनात किए जाएं। साथ ही हाईकोर्ट ने याची को छूट दी कि यदि वह सुरक्षा से संतुष्ट नहीं होते हैं तो वह दोबारा हाईकोर्ट में अपनी अपील लेकर आ सकते हैं।