Edited By Punjab Kesari,Updated: 07 Mar, 2018 09:15 AM
मनरेगा का बंद किया गया कार्य शुरू न करने के रोष स्वरूप मंगलवार को मनरेगा मजदूरों ने जिला परिषद कार्यालय का घेराव किया। इस दौरान मजदूरों ने जिला प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की। इससे पहले मजदूरों ने गुरु गोबिंद सिंह पार्क में बैठक भी की।
श्री मुक्तसर साहिब(खुराना, तनेजा, दर्दी): मनरेगा का बंद किया गया कार्य शुरू न करने के रोष स्वरूप मंगलवार को मनरेगा मजदूरों ने जिला परिषद कार्यालय का घेराव किया। इस दौरान मजदूरों ने जिला प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की। इससे पहले मजदूरों ने गुरु गोबिंद सिंह पार्क में बैठक भी की। दोपहर करीब 1 बजे मजदूरों ने जिला परिषद कार्यालय का घेराव किया जोकि करीब एक घंटे तक जारी रहा। यूनियन के प्रांतीय मुख्य सलाहकार कामरेड जगरूप सिंह ने केंद्र व राज्य सरकार पर आरोप लगाया कि वह मजदूर विरोधी नीति पर चल रही है जिस कारण ही मनरेगा का हक छीना जा रहा है। कानून की पारदर्शिता तक खत्म की जा रही है। मनरेगा के अधीन न तो रसीद दी जाती है, न कार्य का हक और न कार्य का वेतन। इसके साथ ही बेरोजगारी भत्ता तक नहीं मिलता। विरोध के बावजूद कोई भी सुनवाई नहीं हुई है।
मजदूरों को घर का गुजारा करना हुआ मुश्किल :जगरूप सिंह ने कहा कि कार्य न मिलने के कारण मजदूरों को घर का गुजारा करना तक मुश्किल हो गया है। इस दौरान ही उन्होंने ए.डी.सी. (विकास) हरिंदर सिंह सरां के नाम एक ज्ञापन भी सौंपा। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि जल्द ही उनकी मांगों की पूर्ति नहीं होती तो वह संघर्ष को और भी तीव्र करेंगे जिसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी। प्रदर्शन दौरान मजदूरों को अपने संघर्ष के लिए एकजुट होकर अपने हक पर पहरा देने के लिए लामबंद किया गया।
मजदूरों की मुख्य मांगें
-मनरेगा गारंटी हक हड़पना बंद किया जाए।
- ऐसा करने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।
- कार्य के आवेदन को अमल में लाया जाए।
-बेरोजगार मजदूरों को तुरंत कार्य किया जाए।
-कार्य का बकाया जल्द दिया जाए।
-मनरेगा की पारदर्शिता बहाल की जाए।