Edited By Punjab Kesari,Updated: 03 Jan, 2018 11:43 AM
मैडीकल कौंसिल ऑफ इंडिया के आह्वान पर श्री मुक्तसर साहिब क्षेत्र के प्राइवेट डाक्टरों ने सरकार द्वारा लोकसभा में एन.एम.सी. बिल पास करने के विरोध में अपने अस्पतालों में ओ.पी.डी. मुकम्मल बंद रखी व मरीजों को नहीं देखा। आई.एम.ए. श्री मुक्तसर साहिब के...
श्री मुक्तसर साहिब(तनेजा): मैडीकल कौंसिल ऑफ इंडिया के आह्वान पर श्री मुक्तसर साहिब क्षेत्र के प्राइवेट डाक्टरों ने सरकार द्वारा लोकसभा में एन.एम.सी. बिल पास करने के विरोध में अपने अस्पतालों में ओ.पी.डी. मुकम्मल बंद रखी व मरीजों को नहीं देखा। आई.एम.ए. श्री मुक्तसर साहिब के अध्यक्ष डा. श्याम सुंदर गोयल की अध्यक्षता में पहले स्थानीय मिड वे होटल में एक बैठक की गई जिसमें बड़ी संख्या में डाक्टरों ने भाग लिया।
पंजाब केसरी से बातचीत करते हुए विभिन्न डाक्टरों ने सरकार द्वारा पेश किए गए डाक्टर विरोधी इस बिल की जोरदार शब्दों में निंदा की। आज सभी प्राइवेट अस्पतालों में सुबह 6 बजे से ही ओ.पी.डी. बंद कर दी गई थी जोकि सायं 6 बजे तक बंद रखी गई।
क्या है बिल
सरकार द्वारा लोकसभा में जो बिल पास किया गया है, उसे एन.एम.सी. का नाम दिया गया है। यह बिल पास होने से डाक्टरों को नुमाइंदगी नहीं मिलेगी। जबकि पहले एम.सी.आई. दौरान डाक्टरों को नुमाइंदगी मिलती थी। इसके अतिरिक्त जो स्टूडैंट गत चार-साढ़े चार वर्ष से एम.बी.बी.एस. कर रहे, उन्हें भी एक और टैस्ट देना पड़ेगा जिससे विद्यार्थियों को काफी परेशानी होगी।
ए.डी.सी. को दिया ज्ञापन
श्री मुक्तसर साहिब के डाक्टरों द्वारा इस बिल के खिलाफ ए.डी.सी. राजपाल सिंह महांबद्धर को एक ज्ञापन दिया गया जिसमें सरकार से मांग की गई है कि एन.एस.सी. बिल को रद्द कर एम.सी.आई. ही रखा जाए। आई.एम.ए. के अध्यक्ष डा. शाम सुंदर गोयल ने बताया कि उनके द्वारा शांतमय ढंग से सरकार के खिलाफ रोष व्यक्त किया गया ताकि यह जनविरोधी बिल रद्द करवाया जा सके। इंडियन मैडीकल एसोसिएशन के आह्वान पर कोटकपूरा में भी निजी अस्पतालों के डाक्टरों ने 3 घंटे के लिए कामकाज ठप्प रखा और केंद्र सरकार की तरफ से नैशनल मैडीकल आयोग गठित करने के लिए लोकसभा में पेश बिल का विरोध किया। आई.एम.ए. कोटकपूरा के प्रधान डा. रमेश गर्ग ने कहा कि केंद्र सरकार निजी अस्पतालों पर नया आयोग थोपने की कोशिश कर रही है जिसे किसी भी सूरत में सहन नहीं किया जा सकता।
आई.एम.ए. के प्रधान डा. रमेश गर्ग व डा. राजन सिंगला ने कहा कि केंद्र सरकार, मैडीकल कौंसिल आफ इंडिया (एम.सी.आई.) की जगह नैशनल मैडीकल कमीशन (एम.एम.सी.) गठित करना चाहती है और इसके लिए हाल ही में सरकार ने लोकसभा में बिल भी पेश किया है। इस बिल के विरोध में आई.एम.ए. के आह्वान पर आज सांकेतिक हड़ताल की गई है और यदि सरकार ने बिल को वापस न लिया तो संघर्ष तेज किया जाएगा। इस मौके पर आई.एम.ए. के एक वफद ने एस.एम.ओ. कोटकपूरा डा. कुलदीप धीर को मांग पत्र भी सौंपा। इस दौरान निजी अस्पतालों में अपना चैकअप करवाने आए लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। हालांकि हड़ताल के दौरान अस्पतालों में आपात्कालीन सेवाएं जारी रहीं।
दाखिल मरीजों को नहीं आई कोई परेशानी
हड़ताल का पहले ही पता लग जाने के कारण कई प्राइवेट अस्पतालों में मरीजों की संख्या कम ही रही व कुॢसयां खाली पड़ी रहीं जबकि कुछ मरीज आकर बिना अपनी जांच करवाए वापस भी जा रहे थे। उनका कहना था कि कार्य छोड़ कर आए हैं परंतु फिर भी दवाई नहीं मिली। प्राइवेट अस्पतालों में जो मरीज दाखिल थे, उन मरीजों को कोई ज्यादा परेशानी नहीं हुई क्योंकि अस्पतालों के कर्मचारियों द्वारा बाकायदा उनकी देखभाल की जा रही थी।